दिल्लीः टीम इंडिया गुरुवार को इतिहास रचने से चूक गई। साउथ अफ्रीका ने पांच मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में भारत को 7 विकेट से हरा दिया। इसके साथ ही भारतीय टीम ता टी-20 इंटरनेशनल में लगातार 13 मैच जीतने सपना टूट गया। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में भारत ने टॉस हारकर पहले बैटिंग करते हुए चार विकेट पर 211 बनाए थे। टीम इंडिया की ओर से ईशान किशन ने सबसे ज्यादा 76 रन बनाए। इसके जवाब में साउथ अफ्रीका ने 19.1 ओवर में 3 विकेट खोकर लक्ष्य को हासिल कर लिया।
आज हम आपको बताने जा रहे हैं टीम इंडिया की हार की वजह। इस मैच में भारतीय टीम की हार की सबसे बड़ी वजह गेंदबाजों का फ्लॉप शो रहा। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार ने 4 ओवर में 43 रन दिए। वहीं, आवेश खान ने 4 ओवर में 35 रन खर्च कर दिए। इसी तरह से हर्षल पटेल भी खासे महंगे साबित हुए। उन्होंने भी 4 ओवर में 43 रन दिए।
पहली बार कप्तानी कर रहे ऋषभ पंत भी लोगों को निराश किया। हैरानी की बात यह रही कि उन्होंने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल से सिर्फ 2.1 ओवर ही करवाए। साथ ही शुरू के ओवरों में लगातार गेंदबाजी में बदलाव करते रहे, जिसका फायदा कुछ खास नहीं हुआ। वहीं, उन्होंने मिलर का एक गलत डीआरएस (DRS) भी लिया।
आपको बता दें कि क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट को मिलाकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ यह भारत की लगातार छठी हार है। इससे पहले भारत को साउथ अफ्रीका दौरे पर लगातार दो टेस्ट और तीन वनडे मैचों में हार झेलनी पड़ी थी। मैच में साउथ अफ्रीका की पारी के दौरान श्रेयस अय्यर ने डुसेन का आसान कैच छोड़ दिया। यहीं से पूरा मैच बदल गया।
पहले टी-20 मैच के 15 ओवर के बाद साउथ अफ्रीका का स्कोर तीन विकेट पर 148 रन था, लेकिन 16वें ओवर की दूसरी गेंद पर श्रेयस अय्यर ने डुसेन का आसान सा कैच छोड़ा। डुसेन उस समय 30 गेंदों पर 29 रन बनाकर खेल रहे थे। इसके बाद खेल पूरी तरह बदला और डुसेन ने मैच में 75 रनों की शानदार पारी खेली। मिलर के साथ मिलकर डुसेन ने चौथे विकेट के लिए 131 रन की साझेदारी कर डाली।
इससे पहले भारत के लिए ईशान किशन ने 48 गेंद में 76 रन रन बनाए। वहीं, हार्दिक पंड्या और ऋषभ पंत के बल्ले से भी रन निकले। मैच के बाद पंत ने कहा कि हमारे पास बोर्ड पर रन पर्याप्त थे, लेकिन मुझे लगता है कि हम दूसरी पारी में बेहतर नहीं थे।
कभी-कभी आपको विपक्षी टीम को भी क्रेडिट देना चाहिए। मिलर और डुसेन ने शानदार बल्लेबाजी की। जब हमने बल्लेबाजी की तो स्लोअर गेंद काम कर रही थी, लेकिन दूसरी पारी में विकेट बेहतर हो गया।