लखनऊः स्मार्ट मोबाइल फोन और उस पर आने वाले गेम्स का बच्चे की मानसिक स्थिति पर कितना बुरा असर पड़ रहा है, यह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में देखनो को मिला। यहां पर PUBG ना खेलने देने से नाराज 16 साल के बेटे ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद मां के शव के साथ तीन दिन घर में रहा। 10 साल की बहन को भी धमकाकर रोके रखा। शव सड़ने से बदबू फैली तो सेना में अधिकारी पिता को खुद फोन करके बताया कि मां की हत्या कर दी है। पिता की जानकारी पर मंगलवार रात पुलिस ने शव को बाहर निकाला।

आरोपी मूल रूप से वाराणसी का निवासी है और उसके पिता नवीन कुमार सिंह सेना में जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर हैं। मौजूदा समय में उनकी पोस्टिंग पश्चिम बंगाल में है। नवीन का लखनऊ के पीजीआई इलाके में यमुनापुरम कॉलोनी में उनका मकान है। यहां उनकी पत्नी साधना (40 साल) अपने 16 साल के बेटे और 10 साल की बेटी के साथ रहती थी। आरोपी बेटे ने मंगलवार रात अपने पिता नवीन को वीडियो कॉल करके बताया कि मां की हत्या कर दी है। उसने पिता को शव भी दिखाया। नवीन ने एक रिश्तेदार को फोन करके तत्काल अपने घर भेजा। पुलिस पहुंची तो घर के अंदर के हालात देखकर दंग रह गई।

एडीसीपी (ADCP) कासिम आब्दी के मुताबिक, बेटा मोबाइल पर गेम खेलने का आदी था, लेकिन साधना उसे गेम खेलने से रोकती थी। साधना शनिवार की रात भी बेटे को गेम खेलने से मना किया। बेटा इससे नाराज हो गया और रात करीब 2 बजे जब साधना गहरी नींद में थी, उसने अलमारी से पापा की पिस्टल निकाली और मां की हत्या कर दी। इसके बाद बहन को डरा-धमकाकर उसी कमरे में बंद कर दिया।

पुलिस ने मंगलवार देर रात बाहर का गेट खोला तो घर के अंदर से असहनीय बदबू आ रही थी। नाक पर रुमाल रखकर किसी तरह भीतर दाखिल हुए तो बेड पर साधना की सड़ी हुई लाश पड़ी थी। शव इतना सड़ चुका था कि चेहरा पहचान पाना मुश्किल था। उसी कमरे में सिसकियां लेती साधना की 10 साल की बेटी भी थी। पुलिस का कहना है कि बेटे ने बहन के सामने मां को गोली मारी। इससे वह इतनी दहशत में आ गई कि भाई के कहने पर मां की लाश के साथ ही सोती रही।

पुलिस को साधना के शव के पास नवीन की लाइसेंसी पिस्टल मिली। पिस्टल की मैगजीन पूरी खाली थी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बेटे ने मैगजीन की सभी गोलियां मां के ऊपर दाग दी। हालांकि, लाश सड़ जाने की वजह से शरीर पर गन शॉट दिखाई नही दे रहे थे। पुलिस ने बेटे से काफी पूछताछ की, लेकिन उसने कितनी गोलियां दागीं बता नही पाया। इसके लिए पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

वहीं पुलिस का यह भी कहना है कि साधना किसी बात से नाराज होकर बेटे को लगातार प्रताड़ित कर रही थी। अक्टूबर में बेटे का जन्मदिन था। बर्थडे की रात बेटे ने मां की कोई ऐसी शिकायत पापा से की, जिसे लेकर दोनों में बहुत विवाद हुआ। इसके बाद से साधना लगातार बेटे को प्रताड़ित कर रही थी। घटना से दो दिन पहले 10 हजार रुपए चुराने का आरोप लगाकर बेटे की बेतहाशा पिटाई की थी। तभी उसने मां की हत्या करने की सोच ली थी।

पुलिस का कहना है कि बेटे को मां की किसी आदत से बेहद नफरत थी। इसकी उसने पापा से कई बार शिकायत की। बावजूद इसके मां की हरकत में बदलाव नहीं आया। इसी हरकत से तंग आकर एक साल पहले वह घर छोड़कर भाग गया था। वह हरकत क्या थी, इस पर पुलिस ने हालांकि कोई बात नहीं बताई है। फिलहाल पुलिस ने बेटे को अपने संरक्षण में लेकर 10 साल की बेटी को नवीन के भाई के सुपुर्द कर दिया है।

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