Courtesy Reuters

वाशिंगटनः अमेरिका के स्कूलों में गोलीबारी की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां के विभिन्न स्कूलों में पिछले 23 सालों के दौरान हुई गोलीबारी की घटना में 151 लोग जान गंवा चुके हैं। टेक्सास के युवाल्डे में रॉब एलिमेंट्री स्कूल में मंगलवार को एक 18 वर्षीय युवक ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में 19 छात्रों और 2 टीचर की मौत हो गई। गोलीबारी में 14 बच्चे, स्कूल के स्टाफ मेंबर्स और कुछ पुलिसवाले भी घायल हुए हैं।

इस घटना के बाद राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि एक राष्ट्र के तौर पर हमें पूछना चाहिए कि गन लॉबी के खिलाफ हम कब खड़े होंगे और वह करेंगे जो हमें करना चाहिए। माता-पिता अपने बच्चे को कभी नहीं देख पाएंगे। यह वक्त है जब हमें इस दर्द को एक्शन में बदलना है।

उधर, पुलिस अधिकारियों ने हमलावर को मारने का दावा किया है। अभी उसकी पहचान को लेकर कुछ भी साफ नहीं हो पाया है। टेक्सास के स्कूल में फायरिंग की यह घटना कनेक्टिकट में 2012 में हुई फायरिंग से मिलती-जुलती है। कनेक्टिकट के न्यूटाउन में सैंडी हुक एलिमेंट्री हाईस्कूल में 14 दिसंबर 2012 को 20 वर्षीय युवक ने फायरिंग की थी। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, इनमें 20 बच्चे थे। यह अमेरिका के इतिहास की सबसे भयावह मास शूटिंग थी।  आइए एक नजर डालते हैं पिछले 23 सालों के दौरान अमेरिका के स्कूलों में हुई गोलीबारी की घटनाओं परः

अप्रैल 1999, कोलंबाइन हाई स्कूल
कोलोराडो के लिटलटन में दो छात्रों ने हमला कर 12 साथियों की हत्या कर दी थी। उस दौरान एक शिक्षक की भी मौत हुई थी और कई लोग घायल हो गए थे। इस हिंसक घटना को अंजाम देने के बाद दोनों हमलावरों ने भी खुदकुशी को मार दिया था।

मार्च 2005, रेड लेक हाई स्कूल
एक 16 साल के छात्र ने मिनेसोटा के घर पर अपने दादाजी और उनके साथी की हत्या कर दी थी। इसके बाद उसने नजदीक स्थित रेड लेक हाईस्कूल का रुख किया और 5 छात्रों को मौत के घाट उतार दिया। हमलावर ने खुद को मारने से पहले 5 छात्रों, एक शिक्षक और सिक्युरिटी गार्ड को भी मार दिया था।

अप्रैल 2007, वर्जीनिया टेक
यहां 23 साल के छात्र ने वर्जीनिया के ब्लैक्सबर्ग स्थित परिसर को निशाना बनाया। हमलावर ने खुद को मारने से पहले 32 लोगों की जान ली और 2 दर्जन से ज्यादा को घायल कर दिया था।

दिसंबर 2012, सैंडी हुक एलिमेंटरी स्कूल
कनेटिकट के न्यूटाउन में 19 साल का लड़का 27 लोगों की मौत का कारण बना। यहां हमलावर ने घर पहले अपनी मां की जान ली। इसके बाद नजदीकी सैंडी हुक एलिमेंटरी में जाकर 20 छात्रों और 6 शिक्षकों को मारा। इसके बाद आरोपी ने भी अपनी जान दे दी।

अक्टूबर 2015, अंपुआ कम्युनिटी कॉलेज
ओरिगॉन के रोजबर्ग में एक व्यक्ति ने खुदकुशी से पहले 9 लोगों को मौत के घाट उतार दिया और 9 अन्य को घायल कर दिया था।

फरवरी 2018, मार्जरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल
फ्लोरिडा के पार्कलैंड स्थित स्कूल में हुए हमले में 14 छात्रों की जान चली गई थी। इस हमले में स्टाफ के 3 लोगों की भी मौत हो गई थी और कई अन्य लोग घायल हो गए थे। मामले में 20 वर्षीय संदिग्ध पर हत्या के आरोप लगे थे।

मई 2018, सेंटा फी हाई स्कूल
ह्यूस्टन इलाके में मौजूद एक हाईस्कूल में 17 साल के लड़के ने गोलीबारी शुरू कर दी थी, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई थी। उस दौरान अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि मरने वालों में अधिकांश छात्र थे। आरोपी पर हत्या के आरोप लगे थे।

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