Old compass on vintage map with rope closeup. Retro stale

दिल्लीः आज के ही दिन छह साल चले विश्व युद्ध के बाद 1945 में ब्रिटेन और गठबंधन सेनाओं के सामने जर्मनी ने सरेंडर कर दिया था। जर्मनी की हार के साथ ही यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध का अंत हुआ था। इसी वजह से 8 मई को यूरोप में विक्ट्री डे के रूप में मनाया जाता है।

आपको बता दें कि जर्मनी के तानाशाह हिटलर ने युद्ध में जर्मनी को हारता देखकर 30 अप्रैल 1945 को आत्महत्या कर ली थी। हिटलर के मरने के एक सप्ताह बाद जर्मनी ने बिना किसी शर्त के आत्मसमर्पण के कागजों पर दस्तखत कर दिए थे।

यूरोप में ‘V-E Day’ पर कई रंगारंग कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इन कार्यक्रमों में विश्व युद्ध के उन दिग्गजों को सार्वजनिक श्रद्धांजलि दी जाती है, जिन्होंने यूरोप को नाजीवाद से मुक्त कराया था।

जर्मनी ने दूसरे विश्व युद्ध में पहली बार 7 मई 1945 को जर्मन कर्नल जनरल अल्फ्रेड जोडल की मौजूदगी में फ्रांस के रेम्स में आत्मसमर्पण पर हस्ताक्षर किए थे।

उधर, सोवियत संघ चाहता था कि वह अपना विक्ट्री डे मनाए। इसी लिए एक दिन बाद यानी 8 मई को 1945 को बर्लिन में सोवियत संघ प्रमुख जोसेफ स्टालिन की मौजूदगी में जर्मन फील्ड मार्शल विल्हम कीटेल ने आत्मसमर्पण पर हस्ताक्षर किए थे। बाद में कीटेल और जोडल को युद्ध अपराध का दोषी पाया गया था और फांसी दे दी दई थी।

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी ने आत्मसमर्पण पर 07 मई को ही हस्ताक्षर कर दिए थे, लेकिन ये आत्मसमर्पण 8 मई को रात 11 बजे से प्रभावी हुआ। इसी वजह से मित्र राष्ट्रों के बीच 09 मई को विक्ट्री डे के रूप में मनाने का फैसला हुआ।

कुछ उत्साही पत्रकारों ने जर्मनी की हार की खबर पहले ही दे दी और यूरोप में इसका जश्न एक दिन पहले यानी 8 मई को ही शुरू हो गया और तब से यूरोप में 8 मई को ही विक्ट्री डे मनाया जाता है।

वहीं सोवियत रूस ने पहले से तय 9 मई की तारीख को ही विक्ट्री डे के जश्न के रूप में बरकरार रखा। रूस में हर साल 09 मई को विक्ट्री डे के मौके पर मास्क के लाल चौक पर भव्य सैन्य आयोजन किया जाता है। इसमें रूस अपने ताकतवर हथियारों के प्रदर्शन से दुनिया को अपनी सैन्य ताकत दिखाता है।
आपको बता दें कि जर्मनी ने 08 मई को सरेंडर कर दिया था, लेकिन इस दिन विश्व युद्ध पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ था। अमेरिका, ब्रिटेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सेनाएं जापान को अगस्त 1945 तक परास्त नहीं कर पाई थीं। आधिकारिक तौर पर द्वितीय विश्वयुद्ध का अंत 2 सितंबर 1945 को माना जाता है।

जर्मनी के तानाशाह हिटलर के पोलैंड पर हमले के साथ ही 1939 में द्वितीय विश्व शुरू हुआ था। यह युद्ध करीब 6 साल चला था। इस लड़ाई में दो गुट थे-एक ओर ब्रिटेन, अमेरिका, सोवियत संघ और फ्रांस जैसे देश थे, जो मित्र राष्ट्र कहलाए, तो वहीं दूसरी ओर जर्मनी, इटली और जापान जैसे देश थे, जो धुरी राष्ट्र कहलाए।

इस युद्ध में जर्मनी की अगुआई वाले धुरी राष्ट्रों की हार हुई थी। एक अनुमान के मुताबिक, दूसरा विश्व युद्ध मानव इतिहास का सबसे भयंकर युद्ध था, जिसमें 10 करोड़ सैनिकों ने हिस्सा लिया था और करीब 8 करोड़ लोगों की मौत हुई थी। आइए एक नजर डालते हैं देश और दुनिया में 08 मई को घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं पर-

1360- अंग्रेजों और फ्रांसीसियों ने ब्रिटिग्नी समझौते पर हस्ताक्षर किये।
1541- हरनांदो डे सोटो ने मिसीसिपी नदी की खोज की।
1777- बंगाल के नवाब मीर कासिम का निधन।
1794- ऑक्सीजन की खोज करने वाले वैज्ञानिक एंटोनियो लेवाइजर का निधन हुआ था।
1828: मानव सेवा के कार्यों के लिए पहले नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित हेनरी डयूनेन्ट का जन्म।
1847- रॉबर्ट डब्ल्यू. थॉम्पसन ने रबर टायर का पेटेंट करवाया।
1871- ब्रिटेन और अमेरिका के बीच समझौते के बाद अलबामा विवाद समाप्त हुआ।
1886- कोल्ड-ड्रिंक कोकाकोला का उत्पादन शुरू हुआ।
1895- प्रसिद्ध क्रांतिकारी तथा गांधीवादी कार्यकर्ता गोपबन्धु चौधरी का जन्म।
1921- स्वीडन ने फांसी की सजा को खत्म किया।
1929- प्रसिद्ध ठुमरी गायिका गिरिजा देवी का जन्म।
1933- महात्मा गांधी ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ 21 दिन का उपवास रखा।
1945- जर्मनी ने मित्र राष्ट्रों की सेनाओं के समक्ष आत्मसमर्पण किया।
1954- चंद्रनगर को पश्चिम बंगाल राज्य में शामिल किया गया।
1962- कलकत्ता (अब कोलकाता) में रवीन्द्र भारती विश्वविद्यालय की स्थापना हुई।
1980- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेचक (स्मॉलपॉक्स) के उन्मूलन की घोषणा की।
1984- सोवियत संघ ने लॉस एंजिल्स में होने वाले ओलंपिक खेलों में अपने खिलाड़ियों को भेजने से इंकार कर दिया था।
1999- बेलग्राद स्थित चीनी दूतावास पर नाटो ने हमला किया।
2000– भारतीय मूल के लॉर्ड स्वराजपाल ब्रिटेन के चौथे सबसे बड़े विश्वविद्यालय ब्रिटिश यूनीवर्सिटी के कुलपति बने।
2004- श्रीलंका के मुरलीधरन ने 521 विकेट लेकर सर्वाधिक टेस्ट विकेट लेने का रिकार्ड बनाया।
2006- अमेरिका ने पाकिस्तान को आधुनिकतम पारम्परिक शस्त्र प्रणाली देने पर राजी हुआ।
2010- छत्तीसगढ़ में नक्सली हमले में सीआरपीएफ के आठ जवान शहीद हुए।
2018- पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान न्यूक्लियर डील से बाहर निकलने की घोषणा की।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here