मुंबईः आज World Laughter Day है। इस मौके पर हम आपको हिंदी सिनेमा के उन कमीडियन्स (forgotten bollywood comedians) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी कॉमिडी से हंसते-हंसते लोगों के पेट में दर्द हो जाता था। हिंदी सिनेमा में एक ऐसा भी दौर आया था, जब कॉमिडी फिल्में खूब बन रही थीं। उस वजह से कमीडियन्स का भी खूब बोलबाला था। 70 से लेकर 90 के दशक में लगभग हर फिल्म में कोई न कोई ऐसा किरदार या ऐक्टर होता था,  जो अपनी कॉमिडी से गहरी छाप छोड़ जाता था। ऐसी छाप जो आज तक लोगों के दिलों में अमर है। जैसे-जैसे हम डिजिटल होते गए, सिनेमा बदला, वैसे-वैसे ही कॉमिडी फिल्मों की संख्या कम होती गई। इसके साथ ही उन कमीडियन्स को भुला दिया गया, जिनके बिना कोई फिल्म ‘बिना नमक और तड़के वाला खाना’ जैसी मानी जाती थी। तो चलिए आपको मिलवाते हैं बॉलीवुड के कुछ बेहतरीन कमेडियनों से…

 

जॉनी लीवर- इस लिस्ट में सबसे पहले नाम आता है जॉनी लीवर (Johnny Lever) का। ये  देश के पहले स्टैंड-अप कमीडियन्स में से एक हैं। जॉनी अपने 38 साल के करियर में जॉनी लीवर ने 300 से भी ज्यादा फिल्में कीं। हर फिल्म में जॉनी लीवर ने अपनी दमदार कॉमिडी से सबका दिल जीता और हंसने पर मजबूर कर दिया। 90 के दशक में एक ऐसा भी वक्त था,  जब जॉनी लीवर लगभग हर फिल्म में दिखाई देते थे। कॉमिडी वाली फिल्में तो उनके बिना अधूरी मानी जाती थीं, लेकिन बाद में जॉनी लीवर को फिल्मों के ऑफर मिलना कम हो गए। जॉनी लीवर अभी भी फिल्मों में ऐक्टिव हैं, लेकिन फिल्म ऑफर्स की लाइन अब वैसी नहीं है, जो 90s में लगती थी। पिछले कुछ साल से उनकी बस एक-दो फिल्में ही आ रही हैं।

 

राजपाल यादव- छोटे से कद, लेकिन जितना छोटा कद उतने बड़े कमाल के अभिनेता। राजपाल यादव (Rajpal Yadav) जब अपनी ऐक्टिंग और डायलॉग से हंसाते हैं तो लोग उनकी हाइट नहीं बल्कि टैलंट देखते हैं। यही टैलंट था जो राजपाल यादव को फिल्मों में ले आया। दूरदर्शन के टीवी सीरियल ‘मुंगेरी के भाई नौरंगीलाल’ से अपने ऐक्टिंग सफर की शुरुआत करने वाले राजपाल यादव ने 1999 में फिल्मों में कदम रखे थे। पहला रोल स्कूल के एक वॉचमैन का था। इसके बाद वह किसी फिल्म में कभी चपरासी तो कभी कुली के रोल में दिखते रहे,  लेकिन 2006 में आई फिल्म ‘चुप चुप के’ ने राजपाल यादव को गजब की पॉप्युलैरिटी दिलाई। राजपाल यादव अभी भी फिल्मों में दिखते हैं, लेकिन उन्हें वैसे दमदार रोल नहीं मिल रहे, जो पहले मिल रहे थे। वह अब ‘भूल भुलैया 2’ और ‘अर्ध’ में नजर आएंगे।

केष्टो मुखर्जी- बात कमेडियन की हो, तो केष्टो मुखर्जी (Keshto Mukherjee) को भला कौन भूल सकता है? 70 और 80 के दशक में केष्टो मुखर्जी कई फिल्मों में नजर आए। भले ही उनके रोल चंद मिनटों के होते थे, लेकिन वह उसमें भी छा जाते थे। केष्टो मुखर्जी को लोग आज भी उनके शराबी के किरदार के लिए खूब याद करते है। पर इस ऐक्टर ने असल जिंदगी में कभी शराब को हाथ तक नहीं लगाया। और तो और शराबी के किरदार को भी उन्होंने बिना शराब पिए निभाया था। केष्टो मुखर्जी इंडिया सिनेमा के बेहतरीन कमीडियन्स में से एक रहे। 1982 में केष्टो मुखर्जी का निधन हो गया।

लक्ष्मीकांत बेर्डे- बॉलीवुड के दबंग खान यान सलमान खान की फिल्म  ‘हम आपके हैं कौन’ का नौकर लल्लू प्रसाद याद है? लल्लू प्रसाद का किरदार अपनी हाजिरजवाबी और कॉमिडी से लोगों के दिलों में बस गया था। यह किरदार ऐक्टर लक्ष्मीकांत बेर्डे (Laxmikant Berde) ने निभाया था, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं। लक्ष्मीकांत इस फिल्म में सलमान खान के नौकर के रोल में थे। बड़े स्टार्स की मौजूदगी में भी लक्ष्मीकांत लाइमलाइट बटोर ले गए थे। लक्ष्मीकांत बेर्डे को मराठी सिनेमा का ‘कॉमिडी किंग’ कहा जाता था। 2004 में लक्ष्मीकांत बेर्डे का किडनी प्रॉब्लम के कारण निधन हो गया।

राजू श्रीवास्तव-  लक्ष्मीकांत बेर्डे की बात हो रही तो फिर राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) को कैसे भूला जा सकता है? ‘गजोधर भैया’ किरदार से हिट हुए मशहूर कमीडियन राजू श्रीवास्तव ने भी सलमान खान की फिल्म ‘हम आपके हैं कौन’ से अपने बॉलिवुड के सफर की शुरुआत की थी, लेकिन उन्हें पॉप्युलैरिटी कॉमिडी शोज में स्टैंड-अप ऐक्ट के जरिए मिली। राजू श्रीवास्तव का अपना ही जलवा रहा है। उन्होंने देश-विदेश में खूब शोज किए। शुरुआत में वह अमिताभ बच्चन के ‘हमशक्ल’ के तौर पर चर्चा में आए थे, पर बाद में कॉमिडी के जरिए अलग पहचान बना ली। वह The Great Indian Laughter Challenge के अलावा ‘कॉमिडी नाइट्स विद कपिल’ में भी दिखे।

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