संवाददाता: संतोष कुमार दुबे
दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी हुई संस्था भारत विकास परिषद् की सर्वोच्च प्रतिनिधि सभा की दो दिवसीय बैठक संस्था के केंद्रीय कार्यालय पीतमपुरा में हुई। इस बैठक के दौरान सेवाकार्यो में सबसे अग्रणी संस्थाओं में से एक भारत विकास परिषद् के काऱ्यकर्ताओं ने समृद्ध वर्ग तथा बुद्धिजीवियों को संगठित करके वंचित तथा उपेक्षित वर्ग के लिए सेवा कार्य करने के अपने संकल्प लिया। इस दौरान परिषद के सभी प्रतिनिधियों ने मजबूती के साथ इस दिशा में आगे बढ़ने वचनबद्धता दोहराई। इस बैठक में लगभग 300 प्रतिनिधियो ने भाग लिया और परिषद की ओर से देशभर में चल रही परियोजनाओं जैसे सेवा, संस्कार, संपर्क, समग्र ग्राम विकास, महिला, बाल विकास और पर्यावरण के क्षेत्र में अपनी विस्तृत रिपोर्ट राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष पेश की।
परिषद की ओर से बैठक में बताया गया कि मौजूदा समय में देशभर में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वावलम्बन तथा सामाजिक कार्यों के लिए लगभग 1,680 स्थायी प्रकल्प चलाये का रहे है। परिषद के स्वास्थ्य जांच शिविरों से लगभग 5 लाख लोग लाभांवित हुए है। परिषद की ओर से जम्मू एवं कश्मीर में विभिन्न स्थानों में चल रहे आत्मनिर्भर केन्द्रों में 7,400 लोगों को लाभ पहुंचा है। वहीं उत्तर-पूर्व क्षेत्रो में 40,000 से अधिक कम्बलों तथा गर्म वस्त्रो का वितरण किया गया।
इस बैठक का शुभारम्भ परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गजेंद्र सिंह संधू द्वारा शनिवार को ध्वजारोहण के साथ शुरू हुआ। परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्याम शर्मा ने इस बैठक में द्विवार्षिक रिपोर्ट पेश की। इस दौरान उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा की कोरोना महामारी के कारण पिछले दो वर्ष मानवता के लिए बहुत ही संघर्षपूर्ण रहे है। उन्होंने कहा कि इस मुश्किल समय में परिषद् के देशभर से कार्यकर्ताओ ने मानवता की तन, मन, धन से सेवा की है। उन्होंने बताया कि परिषद् द्वारा महिलाओ के स्वास्थ्य हेतु देशभर में चलाये जा रहे एनीमिया मुक्त भारत अभियान को गति देते हुए आज़ादी के अमृतमहोत्सव पर 75 बहुउद्देशीय एम्बुलेंस देशभर में चलायी जाएँगी। उन्होंने बताया कि लगभग 50 लाख परिवारों तक पहुंचने का प्रयास किया जायेगा। इन बहुउद्देशीय एम्बुलेंस में स्वास्थ्य के साथ साथ आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य हेतु महिलाओं की जागरूकता एवं कौशल विकास प्रशिक्षण की सुविधाएं भी रहेंगी। साथ ही परिषद् द्वारा देशभर से 2 लाख कार्यकताओ का ब्लड डोनर बैंक भी बनाया जायेगा। वहीं परिषद राष्ट्रीय वित सचिव सम्पत खुरादिया ने परिषद् के वित का लेखा जोखा साझा किया और शाखाओँ को भविष्य में कैसी कार्यप्रणाली अपनानी चाहिए उसके लिए प्रेरित किया।
वहीं 27 मार्च को बैठक में भारत विकास परिषद् को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह मुकुंद राव का सानिध्य मिला। उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा कि भारत विकास परिषद के 3 शब्दों में ही भारतीय सनातन मूल्यों, सांस्कृतिक सभ्यता एवं राष्ट्रप्रेम के तहत व्यक्ति के स्वयं का चारित्र निर्माण तथा देश सेवा के कार्य समाहित है। परिषद को निरंतर सभी भिन्न वर्गों को साथ में लेकर समरसता के साथ राष्ट्र के उत्तम स्वास्थ्य, संस्कारित सम्पन्नता तथा विकास कार्यो के लिए आत्मीयता से आगे बढ़ते रहना है। उन्होंने कहा कि हम सभी को अनावश्यक जरूरतों के लिए पर्यावरण या अन्य संसाधनों का दोहन नहीं करने के लिए वचनबद्ध रहना चाहिए। बैठक में राष्ट्रीय संरक्षक एवं इंद्रप्रस्थ विश्विद्यालय के संस्थापक कुलपति के के अग्रवाल उपस्तिथ रहे। परिषद के आगामी दो वर्षो के लिए राष्ट्रीय नेतृत्व का निर्वाचन करते हुए गजेंद्र सिंह संधू को पुनः राष्ट्रीय अध्यक्ष,श्याम शर्मा को पुनः राष्ट्रीय महामंत्री, महेश बाबू गुप्ता को राष्ट्रीय वित् मंत्री तथा वरिष्ठ प्रचारक सुरेश जैन को पुनः राष्ट्रीय संगठन मंत्री को दायित्व के लिए आम सहमति से नियुक्त किया गया। सुरेश जैन जी द्वारा सभी नवनियुक्त राष्ट्रीय पदाधिकारियों को संगठन विस्तार के लिए संपर्क, पारिवारिक मूल्यों के महत्व एवं परिषद के सेवा कार्यो द्वारा देशभर में सामाजिक एकता एवं समरसता के लिए प्रेरित किया।