Courtesy Reuters

कीवः रूस-यूक्रेन युद्ध का आज 20वां दिन है। यूक्रेन के साथ शांति वार्ता चलने के बावजूद रूस लगातार यूक्रेन के शहरों में बमबारी कर रहा है। रूस समर्थित विद्रोहियों के कब्जे वाले डोनेट्स्क शहर में सोमवार को बैलेस्टिक मिसाइल हमले में 20 आम लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 अन्य घायल हो गए। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने इस हमले का आरोप यूक्रेनी सेना पर लगाया है, लेकिन उसने इसका कोई सबूत पेश नहीं कर सका।

वहीं यूक्रेन ने इस हमले से इनकार किया है और कहा है कि यह रूस की ही मिसाइल होगी, जो निशाना चूक गई है। इस बीच  इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस (ICJ) ने कहा है कि वह यूक्रेन की तरफ से रूस के खिलाफ दाखिल याचिका पर 16 मार्च, यानी बुधवार को फैसला सुनाएगा। आपको बता दें कि यूक्रेन ने 7 मार्च को हुई सुनवाई में कोर्ट से रूस को सैन्य कार्रवाई रोकने का आदेश देने की मांग की थी। यूक्रेन ने कहा था कि रूस ने संयुक्त राष्ट्र (UN) नरसंहार संधि की गलत व्याख्या करते हुए उसके आधार पर आक्रमण किया है। रूस ने ICJ में इस सुनवाई का विरोध करते हुए प्रोसिडिंग्स का बॉयकॉट कर दिया था।

युद्ध को समाप्त करने को लेकर रूस और यूक्रेन के बीच चल रही शांति वार्ता सोमवार को भी अधूरी रही। दोनों देश लड़ाई खत्म करने के लिए किसी सहमति पर पहुंचने में नाकाम रहे। यूक्रेनी डेलीगेशन के मेंबर मिखाइलो पोडोलिक ने कहा कि मीटिंग को ‘टेक्निकल पॉज’ दिया गया है और यह मंगलवार को भी जारी रहेगी।

वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अमेरिकी कांग्रेस (अमेरिकी संसद) को संबोधित करेंगे। अमेरिका संसद की स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने सीनेट में इसकी घोषणा की। कई डेमोक्रेट सांसदों का मानना है कि इससे कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद भवन) में राष्ट्रपति जो बाइडेन पर कीव की मदद के लिए फाइटर जेट्स भेजने का दबाव बढ़ाने का मोमेंटम बनेगा। जेलेंस्की करीब दो सप्ताह पहले भी अमेरिकी कांग्रेस के मेंबर्स से वर्चुअल मीटिंग में यूक्रेन की मदद के लिए अमेरिकी फाइटर जेट्स भेजने की गुहार लगा चुके हैं।

उधर, यूक्रेन के दक्षिणी शहर मारियुपोल में दो सप्ताह से चल रही रूसी बमबारी में करीब 2500 नागरिकों की मौत हो चुकी है। इसके बाद सोमवार को आखिरकार वहां से आम लोगों की निकासी का काम शुरू हो गया। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार को करीब 160 कारों का काफिला रूसी सेना के समर्थन से बने ग्रीन कॉरिडोर से मारियुपोल से निकला। यह काफिला करीब 225 किलोमीटर दूर जापोरिझिया शहर के लिए रवाना हो गया। एक यूक्रेनी अधिकारी ने कहा कि करीब 4 लाख की आबादी वाले शहर में अब भी आम लोग फंसे हुए हैं, जिनके पास खाना और पानी तक नहीं है। उन्हें सप्लाई पहुंचाने की कोशिश चल रही है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा कि, मारियुपोल में हमारी सेना को कामयाबी मिल रही है। हमने कल यहां पर रूसी सेना को हराकर अपने युद्ध बंदियों को आजाद करा लिया। इससे बौखला कर रूसी सेना शहर में तबाही मचा रही है।

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