दिल्लीः रूस के साथ जारी जंग के बीच यूक्रेन ने दावा किया है कि अब तक लड़ाई में उसके सैनिकों ने करीब 4,300 रूसी सैनिक मार गिरायाहैं। साथ ही लगभग 146 टैंक, 27 विमान और 26 हेलीकॉप्टर को तबाह कर दिया है।
इसके अलावा यूक्रेन ने है कि अब तक रूसी हमले में 198 लोगों की जान जा चुकी है, जिसमें 33 बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा 1,115 लोग घायल हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने बताया कि अब तक 1.50 लाख से ज्यादा यूक्रेनी शरणार्थी पोलैंड, मोल्दोवा और रोमानिया पहुंच चुके हैं।
वहीं यूक्रेन पर हमले के तीसरे दिन रूस ने दावा किया कि उसने 800 यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है। इनमें 14 सैन्य हवाई क्षेत्र, 19 कमांड पोस्ट, 24 एस-300 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइल सिस्टम और 48 रडार स्टेशन शामिल हैं। इनके अलावा यूक्रेनी नौसेना की 8 नौकाओं को भी तबाह कर दिया गया।
आपको बता दें कि आज रूस और यूक्रेन की जंग का चौथा दिन है। इस जंग को लेकर दोनों ही पक्ष यानी रूस और यूक्रेन अपने-अपने दावे कर रहे हैं। इस बीच एक बड़ा दस्तावेज सामने आया है, जिसमें बताया गया है कि इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्टाली बेनेट ने रविवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन से बातचीत की। इसके पहले, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की भी बेनेट से बातचीत कर चुके हैं। जेलेंस्की ने बेनेट से अपील की थी कि वह रूस और यूक्रेन के बीच मध्यस्थता करें। हालांकि, अभी तक इजराइल ने आधिकारिक तौर पर मध्यस्थता करने को लेकर कोई बयान नहीं दिया है।
इस बीच उत्तर कोरिया ने रूस और यूक्रेन में जारी जंग के बीच अमेरिका पर तंज कसा। उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा, “रूस और यूक्रेन के बीच विवाद की असली जड़ या कारण अमेरिका है। वह दूसरे देशों के अंदरूनी मामलों में दखलंदाजी करता है और इसे अमन की कोशिश करार देता है। अमेरिका को यह समझ लेना चाहिए कि वो दिन लद गए जब वो सबसे ताकतवर हुआ करता था।“
वहीं जापान के अरबपति हिरोशी मिकी मिकीतानी ने यूक्रेन को 87 लाख डॉलर डोनेट करने का ऐलान किया है। हिरोशी ने कहा, “रूस का हमला एक और नजर से देखा जाना चाहिए। वास्तव में यह हर लोकतंत्र के लिए एक चुनौती है और हर डेमोक्रेसी को इसका मिलकर मुकाबला करना चाहिए। मिकी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की को एक लेटर भी लिखा है।“
उधर, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा, “बेशक हम शांति चाहते हैं, हम मिलना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि युद्ध समाप्त हो। हमने वारसॉ, ब्रातिस्लावा, बुडापेस्ट, इस्तांबुल, बाकू में बातचीत करने की पेशकश की है।’ इस बीच रूस की सेना यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खार्किव में दाखिल हो गई है। वहीं, कीव के बाहर यूक्रेनी सेना ने रूस की तरफ से लड़ रहे चेचेन स्पेशल फोर्स के टॉप जनरल को मार गिराया है।“
वहीं ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रूस ने कहा है कि हमारी सरकार ब्रिटेन के उन नागरिकों की मदद करेगी जो यूक्रेन जाकर रूस के खिलाफ जंग में हिस्सा लेने चाहते हैं। अगर रूस ने घुसपैठ बढ़ाई और बंद नहीं की तो उसके नेताओं और मिलिट्री जनरलों पर वॉर क्राउम के तहत केस दायर किए जाएंगे।
रूस ने रविवार दोपहर यूक्रेन को बातचीत के लिए आखिरी अल्टीमेटम दिया। रूस राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के सलाहकार मेडिंस्की ने कहा कि यूक्रेन के पास रात 11 बजे तक का वक्त है। वे तय कर लें कि बेलारूस में बातचीत के लिए आ रहे हैं या नहीं। जितने जल्दी वो बातचीत के लिए तैयार होंगे, उतना कम नुकसान होगा। हम भी अमन चाहते हैं। दूसरी तरफ, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमिर जेलेंस्की ने फिर कहा- बेलारूस में बातचीत के लिए हमारी टीम नहीं जाएगी।