दिल्लीः पेगासस जासूसी मामले में अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के खुलासे के बाद कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर हो गई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए देशद्रोह करने का आरोप लगाया है।
राहुल ने ट्वीट कर कहा, “मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राज नेताओं तथा जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस ख़रीदा था। फोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है। ये देशद्रोह है। मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है।“
मोदी सरकार ने हमारे लोकतंत्र की प्राथमिक संस्थाओं, राज नेताओं व जनता की जासूसी करने के लिए पेगासस ख़रीदा था। फ़ोन टैप करके सत्ता पक्ष, विपक्ष, सेना, न्यायपालिका सब को निशाना बनाया है। ये देशद्रोह है।
मोदी सरकार ने देशद्रोह किया है। pic.twitter.com/OnZI9KU1gp
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 29, 2022
वहीं युवक कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा, “भारत ने 2017 में इजराइल के साथ रक्षा सौदे के तहत पेगासस को खरीदा था। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट से साबित हो गया है कि चौकीदार ही जूसूस है।“
India bought Pegasus as part of defence deal with Israel in 2017: @nytimes
Hence Proved! Chowkidar Hi Jasoos Hai..https://t.co/0FoLcZ3gqg
— Srinivas BV (@srinivasiyc) January 29, 2022
कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने कहा कि भारत सरकार ने 2 अरब डॉलर के वेपन पैकेज के हिस्से के रूप में 2017 में इजरायली स्पाइवेयर पेगासस खरीदा। यह प्रमाण है कि भाजपा सरकार ने राहुल गांधी समेत भारत के नागरिकों पर जासूसी करने के लिए मिलिट्री ग्रेड स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया। इसकी जवाबदेही होनी चाहिए!
उधर, कांग्रेस सेवादल ने कहा, “गृह मंत्रालय ने एक RTI के जवाब में झूठ बोला कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि भारत ने पेगासस खरीदा।“ सेवादल ने इसके साथ ही न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट का लिंक भी शेयर किया।
इस बीच बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि मोदी सरकार को न्यूयॉर्क टाइम्स के इस खुलासे का खंडन करना चाहिए।
Modi government must rebut New York Times revelations today that It did indeed subscribe by payment from tax payers money of ₹ 300 crores to spyware Pegasus sold by Israeli NSO company. This implies prima facie our Govt misled Supreme Court and Parliament. Watergate ?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) January 29, 2022
वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स के खुलासे को लेकर वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि न्यूयॉर्क टाइम्स का दावा है कि भारत ने 2017 में इजराइल के साथ 2 अरब डॉलर के बड़े सौदे के हिस्से के रूप में पेगासस खरीदा था। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पेगासस भारत और इजराइल के बीच डील का ‘केंद्र बिंदु’ था। साफ है मोदी सरकार ने संसद में झूठ बोला।
India Bought Pegasus as Part of Larger $2 Billion Deal with Israel in 2017, claims NYT.
The media report notes that Pegasus (used to spy on Opp, activists& journos) was the 'centrepiece' of the deal between India & Israel.
It's clear Modi govt lied in Parlhttps://t.co/iNnd9duBqI— Prashant Bhushan (@pbhushan1) January 29, 2022
आपको बता दें कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि भारत सरकार ने 2017 में इजराइली कंपनी एनएसओ ग्रुप से जासूसी सॉफ्टवेयर पोगासस खरीदा था। इस सॉफ्टवेयर को पांच साल पहले की गई 2 अरब डॉलर की डिफेंस डील में खरीदा गया था। इसी डिफेंस डील में भारत ने एक मिसाइल सिस्टम और कुछ हथियार भी खरीदे थे। इस बात का खुलासा अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में हुआ है।