लखनऊः जीएसटी को (GST) इंटेलिजेंस ने रविवार देर शाम उत्तर प्रदेश के कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तार कर लिया। आपको बता दें कि जैन के ठिकानों से 284 करोड़ रुपए बरामद हुए थे। इनमें कानपुर वाले घर से 177 करोड़ रुपए और कन्नौज वाले घर से 107 करोड़ रुपए मिले थे। जीएसटी और आयकर विभाग (IT) की सर्चिंग रविवार को तीसरे दिन भी जैन के घर और फैक्ट्री में जारी रही।
तलाशी के दौरान मकान से शनिवार देर रात एक तहखाना मिला था। इसमें 250 किलो चांदी और 25 किलो सोने की सिल्लियां बरामद हुईं। चांदी की कीमत करीब पौने 2 करोड़ और सोने की कीमत साढ़े 12 करोड़ रुपए बताई जा रही है। साथ ही 300 करोड़ की संपत्ति के दस्तावेज भी मिले हैं। कन्नौज में नोट गिनने वाली 10 मशीनें लगी हुई हैं। पीयूष जैन के घर से 300 से अधिक चाबियां भी घर से बरामद हुई हैं।
सूत्रों के मुताबिक कारोबारी के यहां से केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी), आयकर विभाग और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की खुफिया इकाई ने कथित तौर पर 258 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही छापेमारी की कथित कुछ तस्वीरों में कानपुर में कारोबारी पीयूष जैन के आवासीय परिसर में बड़ी-बड़ी अल्मारियों में नकदी के ढेर दिखाई दे रहे हैं। पीयूष जैन के रिहायशी परिसरों में छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में कागज में लिपटी नकदी बरामद हुई थी।
आपको बता दें कि, पिछले महीने 9 नवंबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में इत्र कारोबारी पीयूष जैन द्वारा बनाए गए समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था। उस समय यह दावा किया गया था कि इसके निर्माण में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 22 तरह के प्राकृतिक इत्र का प्रयोग किया गया है। अखिलेश यादव ने कहा था कि इसे 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बनाया गया है और इसकी खुशबू का असर 2022 के चुनाव में दिखाई देगा।