दिल्लीः भारत की आजादी को लेकर मुखर्तापूर्ण बयान देने को लेकर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ देशभर में कई प्राथमिक दर्ज हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद वह खामोश नहीं हुई हैं। कंगना एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भगत सिंह को विवादित टिप्पणी की है। बॉलीवुड अभिनेत्री ने इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक न्यूज की कटिंग और दो लंबे मैसेज पोस्ट किए हैं और “भीख में मिली आजादी” वाले बयान पर अपना पक्ष रखा है।
कंगना ने इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा है, “जो आजादी के लिए लड़े थे, उन्हें सत्ता के भूखे और चालाक लोगों ने अपने मालिकों के हवाले कर दिया था। ये वही लोग थे, जिनमें उनका शोषण करने वालों से लड़ने या अपने गर्म खून को जलाने/उबालने का साहस नहीं था। ये वे लोग हैं, जिन्होंने हमें सिखाया… कोई थप्पड़ मारे तो एक और थप्पड़ के लिए अपना दूसरा गाल दे दो और इस तरह मिलेगी आजादी…। ऐसा नहीं है कि किसी को आजादी ऐसे ही मिलती है, इस तरह केवल भीख मिलती है…। इसलिए अपने हीरोज को बुद्धिमानी से चुनें।
कंगना ने अपने दूसरे पोस्ट में लिखा, “गांधी ने कभी भी भगत सिंह या नेताजी का सपोर्ट नहीं किया। कई सबूत हैं, जो बताते हैं कि गांधीजी चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी हो तो, आपको चुनना पड़ेगा कि आप किन्हें सपोर्ट करते हैं, क्योंकि इन सबको अपने दिमाग के एक ही बक्से में एक साथ रखना और इनकी जयंतियों पर शुभकामनाएं देना ही पर्याप्त नहीं है, वास्तव में ये चुप्पी बहुत गैर जिम्मेदाराना और सतही है। सभी को अपने इतिहास और नायकों के बारे में पता होना चाहिए।“
आपको बता दें कि कंगना ने एक मीडिया के शिखर सम्मेलन में भाग लेते हुए कहा था कि भारत को सच्ची आजादी 2014 में मिली है। पहले मिली आजादी, आजादी नहीं भीख थी। कंगना के इस बयान पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने तिखी प्रतिक्रिया दी थी और ट्वीट कर कहा था कि मैं इस सोच को पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह। कंगना के बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर आने के बाद कई सेलेब्स ने उनकी आलोचना की। साथ ही उनके खिलाफ देशभर में विरोध-प्रदर्शन हुए और एफआईआर भी की गई हैं। कई लोगों ने तो इस बयान के आधार पर भारत सरकार से कंगना को दिया गया पद्मश्री अवॉर्ड वापस लेने की भी मांग की है।