दिल्लीः राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिवाली के बाद से खराब हुई हाबोहवा मौजूदा समय में भी गंभीर श्रेणी में बनी हुई है। यहां पर प्रदूषण से हालात किस कदर बदतर हैं इसके अंदाजा दिल्ली दुनिया के 10 सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में पहले नंबर पर है। इस सूची में देश के दो शहर वाणिज्यिक नगरी मुंबई और कोलकाता भी शामिल हैं। आपको बता दें यह सूची क्लाइमेट ग्रुप IQAir ने जारी की है। यह ग्रुप हवा की गुणवत्ता और प्रदूषण पर नजर रखता है तथा यह ग्रुप संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण प्रोग्राम में टेक्नोलॉजी पार्टनर है।
IQAir की सूची में पाकिस्तान का लाहौर और चीन का चेंदगू शहर भी शामिल है। दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर में बड़ी हिस्सेदारी पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली आौर दिल्ली में गाड़ियों का प्रदूषण की है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज एक्यूआई (AQI) यानी वायु गुणवत्ता सूचकांक 476 है, जो कि गंभीर श्रेणी में आता है। सीपीसीबी (CPCB) यानी केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने शुक्रवार को चेतावनी दी थी कि अगले 48 घंटों के लिए हवा की क्वालिटी गंभीर बनी रहेगी। इसके मद्देनजर राज्यों और स्थानीय निकायों को आपातकालीन उपायों को लागू करना चाहिए, जिसमें स्कूलों को बंद करना, निजी कारों पर ‘ऑड-ईवन’ प्रतिबंध लगाना और सभी तरह के कंस्ट्रक्शन को रोकना शामिल है।
दुनिया में सबसे प्रदूषित शहरों की सूचीः
शहर—————— वायु गुणवत्ता का स्तर
नोएडा में वायु गुणवत्ता का स्तरः
सीपीसीबी के अनुसार दिल्ली की हवा में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले PM2.5 यानी धूल के बेहद महीन कण का स्तर आधी रात के करीब 300 का आंकड़ा पार कर गया। यह शाम 4 बजे 381 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था। हवा के सुरक्षित होने के लिए PM2.5 का स्तर 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर होना चाहिए। फिलहाल यह सुरक्षित सीमा से करीब 6 गुना अधिक है। PM2.5 इतना छोटा होता है कि यह फेफड़ों के कैंसर और सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।