अहमदनगरः महाराष्ट्र में अहमदनगर शनिवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ। यहां के जिला अस्पताल में आज सुबह भीषण आग लगने से 10 लोगों की मौत हो गई। आग अस्पताल के आईसीयू (ICU यानी गहन चिकित्सा कक्ष में लगी। दमकल की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं। अस्पताल में एडमिट मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। बताया जा रहा है कि अस्पताल में रखे आग बुझाने के उपकरण आग बुझाने में नाकाम रहे, जिससे आग बढ़ गई।
अस्पताल में आग शनिवार सुबह करीब 11.30 बजे लगी। इस घटना क समय अस्पताल के आईसीयू वार्ड में 20 लोग मौजूद थे। इनमें से कई मरीज वैंटिलेटर पर थे। हॉस्पिटल के वार्ड बॉय, नर्स और डॉक्टर्स ने सभी मरीजों को सेफ वार्ड में शिफ्ट किया। अस्पताल के जिस वार्ड में आग लगी, वह बिलकुल बीच में है।
बताया जा रहा है कि आग लगने पर पहले अस्पताल के अग्निशमन यंत्र से इस पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन यह असफल रहा। इसके बाद अहमदनगर नगर निगम और एमआईडीसी दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।
आग पर काबू करने का प्रयास आखिरी चरण में है। मौके पर दमकल विभाग के कर्मचारी, पुलिसकर्मी और अस्पताल प्रबंधन के लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। प्रारंभिक अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
कोरोनाकाल में अस्पतालों में आगजनी की घटनाः
गुजरात के कोविड अस्पताल आगः
आपको बता दें कि कोरोना काल में अस्पतालों में आग लगने की यह पहली घटना नहीं है। इससे पहले गुजरात में भरूच के पटेल वेलफेयर कोविड अस्पताल में लगी थी। छह महीने पहले रात के समय घटित हुई इस घटना में 18 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 16 मरीज और 2 स्टाफ नर्स थीं। चार मंजिला अस्पताल में 50 मरीज और भर्ती थे। अस्पताल भरूच-जंबुसर हाईवे पर है। हादसे पर गुजरात के तब के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने दुख जताया था और 4 लाख रु. की आर्थिक सहायता दी थी।
अहमदाबाद के अस्पताल में आगः
एक साल पहले गुजरात में अहमदाबाद के नवरंगपुरा इलाके के कोविड अस्पताल में आग लगने से 8 मरीजों की मौत हो गई थी। इनमें 5 पुरुष और 3 महिलाएं थीं। रिपोर्ट के मुताबिक सभी की मौत सांस में कार्बन मोनोऑक्साइड जाने के चलते हुई थी। आग अस्पताल के चौथी मंजिल पर लगी थी। पुलिस ने इस मामले में अस्पताल के ट्रस्टी भारत महंत और एक कर्मचारी को हिरासत में लिया था।