रोमः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच दिवसीय यूरोप दौरे के दूसरे दिन शनिवार को इटली की राजधानी रोम में हो रही G-20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। सम्मेलन की शुरुआत में हुए सेशन में पीएम मोदी और इटली के पीएम मारियो द्रागी ने ऊर्जा क्षेत्र में मिलकर काम करने पर सहमति जताई। इस दौरान जी-20 के सभी नेताओं ने फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ तस्वीरें खिंचाई। इसके बाद वैश्विक अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य पर सेशन हुआ।
सम्मेलन के दौरान इटली के पीएम द्रागी ने कहा कि हमें दुनिया के गरीब देशों तक टीके पहुंचाने की कोशिशों को दोगुना करना होगा। उन्होंने कहा कि अमीर देशों में 70 प्रतिशत आबादी का वैक्सीनेशन हो चुका है, जबकि गरीब देशों में सिर्फ तीन फीसदी आबादी का ही टीकाकरण हुआ है। यह अनैतिक है।
सम्मेलन के दौरान ईरान न्यूक्लियर डील पर भी चर्चा हुई। इस दौरान जी-20 देशों के नेताओं ने ग्लोबल टेम्परेचर को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक कम करने की कोशिश करने पर सहमति जताई। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन के अलावा कई अन्य वैश्विक नेता मौजूद थे।
जी-20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने से पहले पीएम मोदी ने वेटिकन सिटी जाकर कैथोलिक ईसाइयों के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस और सेक्रेट्री ऑफ स्टेट कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन से मुलाकात की। इस दौरान मोदी ने पोप फ्रांसिस को भारत आने का न्योता दिया।