दुबईः आईपीएल (IPL) यानी इंडियन प्रीमियर लीग की दो नई टीमों की घोषणा सोमवार को हो गई। अब आईपीएल के अगले सीजन में अहमदाबाद और लखनऊ नाम की दो टीमें नईं फ्रेंचाइजी के तौर पर जुड़ेंगी। यानी 2022 में खेल जाने वाले आईपीएल मुकाबले में आठ की बजाय कुल 10 टीमें खेलेंगी। आपको बता दें कि इससे पहले 2011 में हुए IPL के चौथे सीजन में भी 10 टीमें थीं। उस वक्त कोच्चि टस्कर्स केरला और पुणे वॉरियर्स नाम की फ्रेंचाइजी आईपीएल का हिस्सा बनी थीं।

नई टीमों की मेजबानी के लिए दुबई के ताज दुबई होटल  में बोवी वहीष इसके लिए छह शहर रेस में थे, जिनमें से सबसे ज्यादा मजबूत दावेदार अहमदाबाद और लखनऊ थे और इन्हीं दोनों दो शहरों को ही मेजबानी मिली। अहमदाबाद को मौका मिलने की एक बड़ी वजह इसी साल वहां बना दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम भी है, जिसमें एक लाख से ज्यादा दर्शक बैठ सकते हैं।

वहीं लखनऊ को चुने जाने की वजह बीसीसीआई की इच्छा रही। बताया जा रहा है कि बीसीसीआई (BCCI) देश में सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य यूपी में आईपीएल को ले जाना चाहता है। आपको बता दें कि इस रेल में दोनों शहरों के अलावा कटक, गुवाहाटी, इंदौर और धर्मशाला शहरों के नाम की चर्चा थी।

इन दोनों टीमों को खरीदने के लिए कुल 22 बिजनेस घरानों ने दिलचस्पी दिखाई थी। इनमें अडाणी ग्रुप, इंग्लिश फुटबॉल क्लब मैनचेस्टर यूनाइटेड का मालिक ग्लेजर परिवार, टोरेंट फार्मा, अरबिंदो फार्मा, आरपी-संजीव गोयनका ग्रुप, हिंदुस्तान टाइम्स मीडिया ग्रुप, पूर्व सांसद नवीन जिंदल की जिंदल स्टील, रॉनी स्क्रूवाला और तीन प्राइवेट इक्विटी से जुड़े लोग शामिल थे।

बोली के दौरान कोलकाता के दिग्गज उद्योगपति संजीव गोयनका के आरपी-एसजी समूह ने लखनऊ फ्रेंचाइजी 7090 करोड़ रुपये में खरीदी, जबकि अंतरराष्ट्रीय इक्विटी निवेश फर्म सीवीसी कैपिटल ने 5600 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अहमदाबाद फ्रेंचाइजी को अपने नाम किया।  आपको बता दें कि इससे पहले गोयनका ग्रुप के पास दो साल 2016 व 2017 में राइजिंग पुणे सुपर जाइंट्स की टीम रही थी।

नई टीमों के लिए बीसीसीआई ने 2000 करोड़ रुपए का बेस प्राइस निर्धारित की थी। बीसीसीआई को इस नीलामी से उसे 7 से 10 हजार करोड़ रुपए की कमाई होने की उम्मीद थी। नीलामी में दोनों टीमों के लिए कुल 12,256 करोड़ की बोली लगी। इस तरह से बीसीसीआई को उम्मीद ज्यादा रकम मिले।

अब बात नई टीमों के जुड़ने की करते हैं। नई टीमों के जुड़ने से दर्शकों को अब ज्यादा मैच देखने को मिलेंगे। आईपीएल में दो टीमें के जुड़ने से मैचों की संख्या 60 से बढ़कर 74 हो जाएगी। अब बात खिलाड़ियों के लिहाज से फायदे की करें, तो दो टीमें बढ़ने से कम से कम 45 से 50 नए खिलाड़ियों को आईपीएल के मुकाबले खेलने का मौका मिलेगा। इनमें भी 30 से 35 युवा भारतीय खिलाड़ी होंगे।

अब बात ब्रॉडकास्टर के लिहाज से करें तो ज्यादा मैच होने के कारण उसे ज्यादा कमाई होगी। इसी वजह से बीसीसीआई को आगामी पांच  साल के लिए आईपीएल के ब्रॉडकास्ट राइट्स के लिए रिकॉर्ड डील की उम्मीद है। विशेषज्ञों का कहना है कि 2023 से 2027 तक यानी पांच साल के लिए इस लीग के ब्रॉडकास्ट राइट्स के एवज में भारतीय बोर्ड को 35 से 40 हजार करोड़ रुपए तक मिल सकते हैं। आपको बता दें कि बीसीसीआई ने 2018 से 2022 तक के लिए ये राइट्स 16,347.50 करोड़ रुपए में स्टार इंडिया को बेचे थे।

आईपीएल के के फॉर्मेट पर असर होगाः

आपको बता दें ये पहली बार नहीं है, जब आईपीएल में 10 टीमें खेलेंगी। इससे पहले 2011 में आईपीएल में 10 टीमें खेली थीं। इस तरह से जिस मॉडल पर ये टूर्नामेंट 2011 में खेला गया था, उसी तरह से 2022 में भी खेला जाएगा। लीग दौर में हर टीम 7 विरोधी टीमों के खिलाफ 14 मैच खेलेगी।

हर टीम अपने ग्रुप की 4 अन्य टीमों से दो-दो मैच खेलेगी। एक मैच अपने होम ग्राउंड पर और एक मैच विरोधी टीम के मैदान पर होगा यानी, अपने ग्रुप में कुल आठ मैच खेलने होंगे। इसके अलावा दूसरे ग्रुप की 4 टीमों के खिलाफ भी एक-एक मैच खेलना होगा।

बाकी बची एक टीम के खिलाफ दो मैच खेलने होंगे। इस तरह से एक टीम कुल 14 मैच खेलेगी। इसके लिए एक ड्रॉ निकाला जाएगा। जिससे ये तय होगा कि कौन-किसके खिलाफ एक बार और किसके खिलाफ दो बार खेलेगा। इस तरह लीग स्टेज में कुल 70 मैच खेले जाएंगे। नॉकआउट स्टेज मौजूदा फॉर्मेट में ही होगा। इसके लिए एलिमिनेटर, क्वालिफायर और फाइनल के चार मैच होंगे यानी, टूर्नामेंट में कुल 74 मैच खेले जाएंगे।

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