CBSE
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दिल्लीः सीबीएसई (CBSE) यानी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं बोर्ड एग्जाम की डेटशीट जारी हो गई है। सीबीएसई कक्षा 10 के छात्रों की परीक्षा 30 नवंबर से 11 दिसंबर तक चलेंगीं,  वहीं वहीं कक्षा 12 के छात्रों की मुख्य विषयों की परीक्षाएं एक दिसंबर से 22 दिसंबर तक चलेंगी। सीबीएसई ने सोमवार को टर्म-1 की डेटशीट जारी कर दी। आपको बता दें कि इस बार CBSE ने कोरोना की वजह से बोर्ड परीक्षाओं को दो टर्म में कराने का फैसला लिया है। पहले टर्म की परीक्षा 30 नवंबर से होगी। अगले साल मार्च-अप्रैल में दूसरे टर्म की परीक्षाएं होंगी।

सीबीएसई ने इस साल सिलेबस को कम करने के साथ ही माइनर और मेजर सब्जेक्ट्स के एग्जाम पैटर्न में भी बदलाव किया है। पहले माइनर सब्जेक्ट्स का एग्जाम होगा। उसके बाद मेजर सब्जेक्ट्स का। 12वीं के माइनर सब्जेक्ट्स का एग्जाम 16 नवंबर से वहीं, 10वीं का 17 नवंबर से होगा। माइनर सब्जेक्ट्स के लिए जिन स्कूलों में ये सब्जेक्ट पढ़ाए जा रहे हैं उन स्कूल के ग्रुप बनाए जाएंगे और इन सब्जेक्ट्स की डेटशीट सीधे स्कूलों को भेजी जाएगी। 10वीं में कुल 75 और 12वीं में 114 सब्जेक्ट्स का एग्जाम लिया जाएगा।

  • 90 मिनट का एग्जाम होगा।
  • सुबह 11.30 बजे से शुरू होगा।
  • ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस होंगे।
  • OMR शीट पर होगा एग्जाम।

इस बार बोर्ड की परीक्षा में सबसे बड़ा बदलाव एग्जाम के पैटर्न में हुआ है। इस बार बोर्ड एग्जाम भी कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम की तरह ही 2 टर्म में होगा। दोनों टर्म में करीब आधा-आधा सिलेबस बांटा जाएगा। पहले टर्म की परीक्षा 30 नवंबर से शुरू होगी। वहीं, दूसरे टर्म की परीक्षा मार्च-अप्रैल 2022 में आयोजित की जाएगी। दोनों टर्म के मार्क्स को मिलाकर फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा।

सिलेबस में बदलावः-

सीबीएसी ने पैटर्न के आधार पर ही सिलेबस को भी दो भागों में बांटा है। सिलेबस को भी दोनों टर्म में करीब आधा-आधा बांटा गया है। आपको बता दें कि सीबीएसई  ने जब पैटर्न में बदलाव की घोषणा की थी. तभी कहा था कि सिलेबस को रेशनलाइज किया जाएगा यानी सिलेबस को कम किया जाएगा।

आपको बता दें कि यदि दूसरे टर्म में स्कूल खुल जाते हैं, तो टर्म-1 के मार्क्स का वेटेज कम हो जाएगा और टर्म-2 मार्क्स का वेटेज बढ़ा दिया जाएगा।

अब सवाल यह उठता है कि यदि दोनों टर्म में स्कूल बंद रहे, तो किस आधार पर नतीजे घोषित होंगे। ऐसी स्थिति में इंटरनल असेसमेंट, प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट और थ्योरी मार्क्स के आधार पर फाइनल रिजल्ट तैयार किया जाएगा। दोनों टर्म के एग्जाम ऑफलाइन या ऑनलाइन घर से ही होंगे।

इस बार टर्म-1 के पेपर MCQ आधारित होंगे, जिन्हें OMR शीट पर फिल करना होगा। OMR शीट पर बने सर्कल फिल करने के लिए स्टूडेंट्स को पेन का इस्तेमाल करना होगा।

अब सवाल यह उठता है कि यदि पेन से गलत सर्कल मार्क हो गया, तो क्या होगा। इसका उत्तर यह है कि पेन से अगर आपने गलत सर्कल मार्क कर दिया है, तो आपको सुधार का ऑप्शन भी दिया जाएगा। हर प्रश्न के चारों सर्कल के आगे खाली जगह दी जाएगी। आप अपने गलत सर्कल को काटकर सही सर्कल को फिल कर सकेंगे। उसके बाद वो सही अंसर उस खाली जगह में लिख सकेंगे।

उदाहरण के तौर पर, किसी क्वेश्चन का सही आंसर B था, लेकिन आपने A के सर्कल को मार्क कर दिया। अपनी गलती ठीक करने के लिए आप A को काटकर B के सर्कल को मार्क कर दें। चारों सर्कल के आगे जो खाली जगह दी गई है उसमें B लिख दें।

कैसे होंगे प्रैक्टिकल एग्जामः-

इस साल टर्म-1 के प्रैक्टिकल एग्जाम स्कूल ही करवाएंगे। अगर कोरोना की स्थिति में सुधार आता हैं, तो टर्म-2 के प्रैक्टिकल एग्जाम सीबीएसई  करवाएगा।

हर प्रश्न जरूरीः-

इस साल टर्म-1 में स्टूडेंट्स को ऑप्शन मिल सकते हैं। यानी अगर 50 प्रश्न हैं तो आपको कोई 45 का उत्तर देने के लिए कहा जा सकता है। सीबीएसई  ने सैंपल पेपर भी इसी तरह वेबसाइट पर अपलोड किए हैं।

कहां होगी परीक्षाः-

इस बारे में सीबीएसई अभी तैयारी कर रहा है। माना जा रहा है कि कोरोना की वजह से स्टूडेंट्स को अपने स्कूलों में ही या पास के किसी सेंटर पर एग्जाम देने बुलाया जा सकता है। सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना के प्रोटोकॉल को देखते हुए एग्जाम सेंटर्स का फैसला लिया जाएगा।

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