लखीमपुर खीरीः यूपी के लखीमपुर खीरी हिंसा मामले के मुख्य आरोपी एवं केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र की कभी भी गिरफ्तारी हो सकती है। पुलिस अधिकारी करीब 9 घंटे से आशीष से पूछताछ कर रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने उनसे करीब 40 सवाल पूछे हैं।
आशीष से छह अधिकारियों की टीम पूछताछ कर रही है। लखीमपुर में क्राइम ब्रांच के दफ्तर में आशीष मिश्रा से मजिस्ट्रेट के सामने सवाल-जवाब हो रहे हैं। आशीष अपने वकील के साथ मौजूद हैं। पूछताछ में डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी पूछताछ में शामिल हैं।
आशीष मिश्रा ने अपने पक्ष में कई वीडियो पेश किए। साथ ही उन्होंने 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पेश किया, जो बताते हैं कि वह काफिले के साथ नहीं था, बल्कि दंगल मैदान में था।
बताया जा रहा है कि आशीष घटना वाले दिन 3 अक्टूबर को दोपहर 2:36 से 3:30 बजे तक कहां थे, इसका वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे पा रहे हैं। इससे पहले आशीष को शुक्रवार सुबह 10 बजे पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह पूरा दिन नदारद रहे, लेकिन आज आशीष डेडलाइन से 22 मिनट पहले ही यानी 10 बजकर 38 मिनट पर ही क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गए थे।
#WATCH Son of MoS Home Ajay Mishra Teni, Ashish Mishra arrives at Crime Branch office, Lakhimpur
He was summoned by UP Police in connection with Lakhimpur violence. pic.twitter.com/g6wMpHYOKr
— ANI UP (@ANINewsUP) October 9, 2021
इस घटना के संबंध में आशीष मिश्र के खिलाफ आईपीसी (IPC) यानी भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 149 (दंगों से संबंधित), 279 (लापरवाही से गाड़ी चलाना), 338 (किसी शख्स को चोट पहुंचाना जिससे उसकी जान को खतरा हो), 304-ए (लापरवाही से मौत), 302 (हत्या) और 120 बी (आपराधिक साजिश रचना) के तहत केस दर्ज हुआ है।
आपको बता दें कि 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में चार किसानों को थार जीप से कुचलकर मार डाला गया था। इसके बाद भड़की हिंसा में चार और लोगों की मौत हो गई थी। उधर, यूपी सरकार ने सभी मृतकों के परिवारवालों को 45-45 लाख रुपये का मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है। वहीं छत्तीसगढ़ और पंजाब सरकार ने मृतक किसानों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये देने की घोषणा की है।