लखीमपुर खीरीः केंद्रीय मंत्री अशोक मिश्र के बेटे आशीष की गाड़ी से कुचलकर किसानों की मौत के मामले में पुलिस ने आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने आशीष सहित 14 लोगों के खिलाफ बलवा और साजिश रचने का मामला भी दर्ज किया है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में रविवार को आशीष की गाड़ी से कुचलकर चार किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद यहां हिंसा भड़ गई थी। आक्रोषित किसानों ने आशीष की गाड़ी में आग लगा दी थी। लखीमपुर खीरी में भड़की हिंसा में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मृतकों के परिवारों से मिलने के लिए रविवार देर रात दिल्ली से लखनऊ पहुंच गई। इसके कुछ देर बाद वह लखीमपुर के लिए रवाना हुईं, लेकिन सुबह 5:30 बजे पुलिस ने पुलिस ने सीतापुर जिले में हरगांव बॉर्डर पर प्रियंका को हिरासत में ले लिया। प्रियंका रूट बदलकर पुलिस की नजरों से बचते हुए लखीमपुर जा रही थीं। गिरफ्तारी के बाद उन्हें दो बटालियन पीएसी गेस्ट हाउस ले जाया गया है। डीएम एसपी सहित भारी पुलिस फोर्स मौके पर हैं।
ये रौद्र रूप है नारी का, दहन करेगी अहंकार।
यूपी की सड़कें भाजपा के घटियापन की गवाह बनी है।@priyankagandhi जी और @DeependerSHooda जी के साथ भाजपा की गुलाम पुलिस का रवैया अमानवीयता की हद है।
किसान को न्याय तो हम दिलाकर रहेंगे।#PriyankaGandhiwithFarmers#लखीमपुर_किसान_नरसंहार pic.twitter.com/fwIfq1rn4f
— Congress (@INCIndia) October 4, 2021
पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने पर प्रियंका गांधी आग बबूला हो उठीं और उन्होंने पुलिस के तौर-तरीके पर सवाल उठा। प्रियंका ने कहा अरेस्ट करो हम खुशी से जाएंगे, लेकिन जिस तरह धक्का-मुक्की की गई। इसमें फिजिकल असॉल्ट, अटेंप्ट टू किडनैप, किडनैप, अटेंप्ट टू मोलेस्ट, अटेंप्ट टू हार्म की धाराएं लगती हैं। मैं समझती हूं। छूकर देखो मुझे। जाकर अपने अफसरों मंत्रियों से वारंट लाओ, ऑर्डर लाओ। महिलाओं को आगे मत करो। मुझे धकेल कर लाए हो। तुम्हारे प्रदेश में यह नहीं चलेगा। देश का कानून चलेगा। तुम्हें कोई हक नहीं है। हेलो सीओ साहब ऑर्डर कहां है? ऑर्डर निकालिए। कौन से ऑर्डर से रोका है आपने मुझे। इसमें मुझे बिठाओगे? ये है लीगल स्टेटस तुम्हारा। इस पर सीओ ने पुलिस वालों को आदेश किया कि पहले प्रियंका गांधी को गिरफ्तार करो।
उधर, भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत देर रात लखीमपुर के तिकुनिया पहुंचे। यहां पर उन्होंने मृत किसानों के अंतिम दर्शन किए और सरकार से पांच बड़ी मांगे की। इनमें सबसे बड़ी मांग केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र और उनके बेटे आशीष मिश्र मोनू की गिरफ्तारी है। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती है, तब तक शवों का अंतिम संस्कार नहीं होगा। वहीं प्रशासन मान मनौव्वल में जुटा है। टिकैत की मांगों में,प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाना, मृतकों के परिवार को एक करोड़-एक करोड़ रुपये का मुआवजा देना, मृतकों के परिवार के एक सदस्य को नौकरी देना, केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे समेत नौ नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी तथा अजय मिश्र की केंद्रीय मंत्री पद से बर्खास्तगी की मांग शामिल है।
आपको बता दें कि यूपी सरकार ने इस घटना को लेकर रविवार की रात अफसरों के साथ बैठक के बाद सियासी नेताओं के लखीमपुर जाने पर रोक लगा दी। बैठक के दौरान कहा गया कि जो भी जाने की कोशिश करेगा, उसे गिरफ्तार किया जाएगा। सिर्फ भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत को लखीमपुर जाने की अनुमति मिली है। उधर, राज्य के डीजीपी मुकुल गोयल ने कहा है कि एडीजी एलओ, एसीएस एग्रीकल्चर, आईजी रेंज और कमिश्नर मौके पर हैं और स्थिति नियंत्रण में है। किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त तैनाती की गई है।
इस बीच कई नेता आज लखीमपुर खीरी जाने की तैयार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी, आजाद समाज प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, बीएसपी के महासचिव सतीश मिश्रा, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव सहित पीड़ितों के परिवार से मिलने की योजना बना रहे हैं। फिलहाल अखिलेश यादव के लखनऊ स्थित अपने घर है और उनके घर के बाहर पुलिस पहरा है।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी की घटना पर दुख जताया है और कहा कि सरकार मामले की तह तक जाएगी। उन्होंने लोगों से अपने घरों में रहने तथा किसी के बहकावे नहीं आने की अपील की है।
वहीं, सीएम योगी आदित्यानाथ ने एक हाई लेवल मीटिंग की। इसमें फैसला लिया कि यदि विपक्षी नेता लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया जाएगा। इसके बाद तमाम बड़े नेताओं के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। हालांकि, किसान नेता राकेश टिकैत को जाने की छूट दी गई है।
वहीं हालात काबू करने के लिए लंबे समय से साइडलाइन चल रहे एसपी स्तर के अधिकारी अजयपाल शर्मा को खीरी रवाना कर दिया है। वह मूलत: पंजाब में लुधियाना के रहने वाले हैं और लखीमपुर खीरी में जिन किसानों की मौत हुई है, वह भी मूलत: पंजाब के रहने वाले हैं। वहीं लखनऊ से एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को भेजा गया है। मौके पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात है।