दिल्लीः पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंद सिंह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने अपने सियासी भविष्य को लेकर स्थिति स्पष्ट कर दी है। आपको बता दें कि कैप्टन सिंह ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इसके बाद से उनके बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जाने लगे, लेकिन अब अमरिंदर ने खुद स्पष्ट कर दिया है कि वे कांग्रेस में नहीं रहेंगे और ना ही बीजेपी शामिल नहीं होंगे।
अब एक खबरिया चैनल से बातचीत में कैप्टन ने कहा कि वह कांग्रेस में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा, “अब तक मैं कांग्रेस में हूं, पर आगे नहीं रहूंगा। मेरे साथ इस तरह का व्यवहार नहीं होगा।“ उन्होंने कहा कि वजह बीजेपी में भी शामिल नहीं होंगे।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब में जारी सियासी उठापटक के बीच कैप्टन अमरिंदर सिंह दो अक्टूबर यानी गांधी जयंती के दिन मास्टरस्ट्रोक खेल सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि वह एक नॉन-पॉलिटिकल संगठन बनाकर पंजाब की सियासत में नया दांव ठोकेंगे। यह संगठन दिल्ली बॉर्डर पर एक साल से चल रहे किसान आंदोलन को खत्म करवा देगा। इसके बाद पंजाब में नए सियासी दल का आगाज होगा, जो पार्टियों की पहचान से ऊपर कैप्टन अमरिंदर सिंह के इर्द-गिर्द घूमेगा। इस तरह अमरिंदर किसानों के साथ-साथ केंद्र को भी साधकर डबल माइलेज लेंगे।
कैप्टन सिंह के सलाहकार नरिंदर भांबरी ट्विटर पर ‘कैप्टन फॉर 2022’ का पोस्टर शेयर कर इस बात के संकेत दे चुके हैं कि 2022 में कैप्टन सिंह राज्य में जोरदार तरीके से वापसी करेंगे। मुख्यमंत्री की कुर्सी से हटाए जाने के बाद कैप्टन खुद भी कह चुके हैं कि वे फौजी हैं, अपमानित होकर मैदान नहीं छोड़ेंगे, फिर चाहे सियासत ही क्यों न हो।