चंडीगढ़ः नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस में भूचाल आ गया है। इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से पंजाब कांग्रेस में मची घमासान को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है। सूत्रों स मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया ने सिद्धू का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान ने राज्य के नेताओं से अपने स्तर पर मामला सुलझाने को कहा है।
उधर, पंजाब कांग्रेस में खलबची मची हुई है। सिद्धू के समर्थन में रजिया सुल्ताना ने चन्नी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि रजिया सिद्धू के सलाहकार और राज्य के पूर्व डीजीपी (DGP) मोहम्मद मुस्तफा की पत्नी हैं। रजिया ने आज ही सुबह पदभार संभाला था। वहीं पार्टी संगठन से नवनियुक्त कोषाध्यक्ष गुलजार इंद्र सिंह चहल और महासचिव योगेंद्र ढींगरा ने भी सिद्धू के समर्थन में अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
खबरें राज्य के कैबिनेट मंत्री परगट सिंह ने भी इस्तीफा देने की भी आई, लेकिन उन्होंने इससे इनकार दिया। परगन अपने इस्तीफे की खबरों को बेबुनियाद करार देते हुए स्पष्ट तौर पर कहा कि वह अब भी पंजाब कैबिनेट में बने हुए हैं। आपको बता दें कि परगट सिंह सिद्धू के सबसे करीबी विधायक माने जाते हैं। बताया जा रहा है कि परगट सिद्धू से मिलने पटियाला रवाना हो गए हैं।
उधर कांग्रेस विधायक पटियाला में नवजोत सिंह सिद्धू के घर पर जमा होने लगे हैं। पार्टी के वर्किंग प्रधान कुलजीत नागरा, इंद्रबीर सिंह बुलारिया, मंत्री रजिया सुल्ताना और उनके पति मोहम्मद मुस्तफा सिद्धू के घर पहुंच गए हैं।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी ने बुधवार शाम को आपातकालीन बुलाई है। बैठक में सभी कैबिनेट मंत्रियों को बुलाया गया है। इस बैठक में सिद्धू के इस्तीफे से पैदा हुए हालात को लेकर चर्चा होगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक में यह भी तय होगा कि सिद्धू को मनाया जाएगा या नहीं।
इस बीच लुधियाना से सांसद रवनीत बिट्टू ने कहा कि आज कांग्रेस में बड़ा अच्छा माहौल था। राज्य के मंत्री कुर्सी संभाल रहे थे। कांग्रेस वर्कर भी खुश थे। यह चुनाव का वक्त है। अब किसी नाराज को कोई मनाएगा नहीं। वहीं उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से अमित शाह से मुलाकात को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में सिद्धू पर तंज कसते हुए कहा कि कहीं मुलाकात करने वाले एक की जगह दो न हो जाएं।
वहीं आम आदमी पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए सुखपाल खैहरा ने कहा कि जो भी नेता और अफसर सिद्धू के इस्तीफे की वजह हैं, वे तुरंत अपने पद छोड़ दें। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को कांग्रेस आलाकमान और नवजोत सिद्धू के धैर्य की परीक्षा नहीं लेनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने सिद्धू से इस्तीफे पर दोबारा विचार करने के की अपील की और कहा कि पार्टी आलाकमान सिद्धू द्वारा उठाए मुद्दों को प्रमुखता से लेकर उनका समाधान किया जाए।
उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी ने पंजाब गीत के जरिए सिद्धू पर निशाना साधा। उन्होंने ट्वीट में गुरमुखी में पंजाबी गीत का जिक्र है।