प्रयागराजः अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार को यहां संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पुलिस के अनुसार उनका शव अल्लापुर में बाघंबरी गद्दी मठ के कमरे में फंदे से लटका मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस सिलसिले में पुलिस ने तीन लोगों गिरफ्तार किया है।
क्षेत्रीय महानिरीक्षक केपी सिंह इस घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह मामला फांसी लगाकर आत्महत्या का लग रहा है। फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया है।
वहीं एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मौके पर पहुंचे अधिकारियों के अनुसार नरेंद्र गिरी ने कमरे में आत्महत्या की है, उसका दरवाजा बंद था, अनुयायियों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर नरेंद्र गिरि का शव निकाला गया। घटना स्थल से सुसाइड नोट मिला है।
वहीं महंत नरेंद्र गिरि शिष्य आनंद गिरि को उत्तराखंड की पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने आनंद गिरि और दो अन्य लोगों पर आरोप लगाया था, जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने आनंद गिरि को हरिद्वार से हिरासत में लिया है। इसके साथ ही हनुमान मंदिर के प्रधान पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी और उसका पुत्र संदीप तिवारी भी शामिल हैं। इन दोनों का भी नाम सुसाइड नोट में था।
आईजी केपी सिंह ने बताया कि घटना स्थल से सात पृष्ठ का एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें महंत नरेंद्र गिरि ने वसीयतनामा की तरह लिखा है, इसमें शिष्य आनंद गिरि का भी जिक्र है। नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में यह जिक्र भी किया है कि किस शिष्य को क्या देना है? कितना देना है? सुसाइड नोट में यह भी लिखा है कि वह अपने कुछ शिष्यों के व्यवहार से बहुत ही आहत और दुखी हैं और इसीलिए वह सुसाइड कर रहे हैं। पहली नजर में यह सुसाइड का ही मामला समझ में आ रहा है।
पुलिस ने मठ को अपने कब्जे में ले लिया है। मठ के रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। जिलाधिकारी संजय खत्री आईजी केपी सिंह, डीआईजी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।
इस घटना की जानकारी मिलते ही मठ पर बड़ी संख्या में भक्त और श्रद्धालु भी पहुंच गए हैं। महंत नरेंद्र गिरि के अनुयायी और श्रद्धालु इस बात पर विश्वास नहीं कर पा रहे हैं कि उन्होंने आत्महत्या क्यों की? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ और उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य आदि सहित विभिन्न नेता ने महंत नरेंद्र गिरि ने निधन पर गहरा शोक जताया है।
आपको बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य रविवार को प्रयागराज में थे और उन्होंने मंदिर जाकर महंत नरेंद्र गिरि से आशीर्वाद लिया था। साथ ही डीजीपी मुकुल गोयल भी पिछले दिनों प्रयागराज लेटे हनुमान जी मंदिर में दर्शन पूजन करने गए थे।
महंत नरेंद्र गिरि पिछले करीब दो दशक से साधु-संतों के बीच अहम स्थान रखते थे। बडे़ नेता हों या फिर आला पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी प्रयागराज आने पर सभी महंत नरेंद्र गिरि से आशीर्वाद लेने और लेटे हनुमान जी का दर्शन करने जरूर जाते रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी बाघंबरी मठ पहुंचते रहे हैं।
आपको बता दें कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि और उनके शिष्य आनंद गिरि के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था, लेकिन बाद में इनके बीच समझौता हो गया था। तब हरिद्वार से प्रयागराज पहुंचे आनंद गिरि अपने गुरु स्वामी नरेंद्र गिरि के पैरों पर गिरकर माफी मांग थी।