टोक्योः टोक्यो पैरालिंपिक में भारत की बेटी अवनि लेखरा ने सोमवार को कमाल कर दिया। राजस्थान के जयपुर की रहने वाली अवनि लेखरा ने निशानेबाजी में देश के लिए पहला गोल्ड मेडल जीता। इसके साथ ही अवनि पैरालिंपिक गेम्स में गोल्ड जीतने वाली भारत की पहली महिला एथलीट बन गईं। अवनि ने महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में 209 पॉइंट स्कोर कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। आपको बता दें कि अवनि ने उन्होंने क्वॉलिफिकेशन राउंड में 7 वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।

अवनि के पापा प्रवीण लेखरा का 2012 में जयपुर से धौलपुर जाने के दौरान एक्सीडेंट हो गया था, जिसमें उनके पापा और वह घायल हो गई। कुछ समय बाद उनके पापा स्वस्थ हो गए, लेकिन अवनि को तीन महीने अस्पताल में बिताने पड़े। अवनि रीड की हड्‌डी में चोट की वजह से लाख कोशिशों के बावजूद खड़े और चलने में असमर्थ हो गईं और उसी समय से वह व्हीलचेयर पर ही हैं।

इस हादसे के बाद अवनि कुछ दिन डिप्रेशन में रही और अपने आप को कुछ दिनों तक कमरे बंद कर लिया। माता-पिता की लगातार कोशिशों के बाद अवनि में आत्म विश्वास लौटा और अभिनव बिन्द्रा की बायोग्राफी से प्रेरणा लेकर वह निशानबाजी करने लगी।

आपको बता दें कि अवनि पैरालिंपिक में मेडल जीतने वाली तीसरी शूटर भी हैं। उनसे पहले रियो में दीपा मलिक ने सिल्वर और टोक्यो पैरालिंपिक में व्हीलचेयर टेबल टेनिस में सिल्वर मेडल जीता।

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