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वाशिंगटनः अमेरिका ने कहा है कि अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित हवाई अड्डा के बाहर हुए बम धमाकों के दोषियों के माफ नहीं करेगा, उन्हें ढूंढ-ढूंढ़कर मारेगा। इस घटना में अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद की पुष्टि के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन ने व्हाइट हाउस से अपने एक संबोधन में हम आतंकियों को माफ नहीं करेंगे, उन्हें ढूंढेंगे और इसकी सजा देंगे।

आपको बता दें कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए आत्मघाती हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हुई है तथा 17 अन्य सैनिक घायल हुए हैं।

बिडेन ने काबुल के हमलावरों को चेतावनी देते हुए कहा, “हम माफ नहीं करेंगे। हम नहीं भूलेंगे। हम आपको ढूंढेंगे, मारेंगे।“ उन्होंने कहा कि हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे। हम अपने अफगानिस्तान के सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा।’

अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, “काबुल एयरपोर्ट पर हुए हमलों में अब तक तालिबान और इस्लामिक स्टेट के बीच मिलीभगत का कोई सबूत नहीं है।“

आपको बता दें कि बिडेन ने खुद ही कम से कम तीन बार काबुल एयरपोर्ट पर हमले की चेतावनी दी थी। उन्होंने 20 अगस्त को कहा था कि हम काबुल हवाई अड्डे पर या उसके आस-पास किसी भी संभावित आतंकवादी खतरे पर भी कड़ी नजर रख रहे हैं। इसमें अफगानिस्तान में आईएसआईएस सहयोगी शामिल हैं, जो जेलों को तोड़ने के बाद बाहर निकले हैं।

अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में गुरुवार शाम को हुए दो धमाकों में अमेरिका के 12 मरीन कमांडो मारे गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने देर रात इसकी पुष्टि कर दी है। वहीं 15 सैनिक घायल हुए हैं। इस हमले में 80 लोग मारे गए हैं तथा 150 से अधिक लोग घायल हुए हैं।

आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। जिहादी समूह ने अपने टेलीग्राम अकाउंट पर कहा कि इस हमले को उसने अंजाम दिया है। आईएसआईएस ने आत्मघाती हमलावर की पहचान अब्दुलरहमान अल-लोगरी के तौर पर की है और कहा है कि जब उसने आत्मघाती जैकेट में विस्फोट किया तो वह अमेरिकी सैनिकों से पांच मीटर से भी कम दूरी पर था। आईएस के मुताबिक इन हमलों में 15 अमेरिकी सैनिकों सहित करीब 140 लोग मारे गए हैं तथा कई गंभीर रूस से घायल हुए हैं।

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