दिल्लीः सरकार ने कहा है कि देश में कोरोना का मुकाबला करने के लिए इस समय 483 जिलों में सुविधायुक्त अस्पतालों को चिन्हित किया गया है और 656769 आईसोलेशन बेडों, कोरोना पॉजिटिव मामलों के लिए 305567 बेडों और संदिग्ध मामलों के लिए 351204 बेडों की सुविधा है। इनके अलावा 99492 ऑक्सीजन युक्त बेडों और  34076 आईसीयू इकाईयां हैं।

केन्द्र सरकार की ओर से कोरोना का मकाबला तीन प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाओं को चिन्हित किया गया है तथा स्वास्थ्य के आधारभूत ढांचे में भी सुधार किया गया है। इसके लिए इन्हें तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है।
प्रथम श्रेणी : कोरोना के लिए पूरी तरह समर्पित अस्पताल शामिल हैं, जिन्हें डेडिकेटिट कोविड अस्पताल (डीसीएच) कहा जाता है। इनमें पूरी तरह तैयार आईसीयू, वेंटीलेटर और ऑक्सीजन की क्षमता युक्त बिस्तर होंगें। डेडिकेटिड कोविड हेल्थ सेंटर और कोविड केयर सेंटर के चिकित्सकों द्वारा रेफर मरीजों को भर्ती किया जाएगा।
द्वितीय श्रेणी: इन्हें डेडिकेटिड कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी)कहा जाता है और इनमें वे अस्पताल शामिल है जिनमें कोरोना के मध्यम श्रेणी के मरीजों की देखभाल की जाती है। इस तरह के अस्पतालों में संदिग्ध और कोरोना के पुष्ट मामलों के मरीजों के लिए अलग अलग क्षेत्र बनाए गए हैं। अस्पतालों में ऑक्सीजन सपोर्ट को सुनिश्चित किया गया है।

तृतीय श्रेणी : इन्हें डेडिकेटिड कोविड केयर सेंटर(डीसीसीसी) कहा जाता है और इनमें उन्हीं मरीजों को कोरोना देखभाल सुविधाएं प्रदान की जाएंगी जिनमें चिकित्सकीय रूप से कोरोना के हल्के अथवा संदिग्ध लक्षण होंगें। ये अस्थायी तौर पर बनाए गए हैं और इन्हें राज्यों अथवा केन्द्र शासित प्रदेशों में होटलों, स्कूलों और हॉस्टलो, स्टेडियम, लॉज आदि में बनाया जा सकता है। इनमें कोरोना के संदिग्ध अथवा पुष्ट मामलों के लिए अलग अलग क्षेत्र होंगे और दोनो तरह के मरीजों के लिए प्रवेश एवं निकास गेट भी अलग ही होंगें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में  सभी राज्यों और संघशासित प्रदेशों को अपने यहां कोरोना से निपटने के लिए तीनों श्रेणियों वाले कोविड स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी वेबसाईट पर देने को कहा गया है, ताकि आम लोगों को इसके बारे में जानकारी हो।

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