नई दिल्ली.
अगर आपके रिश्ते रूटीन हो चुके हैं और वो उबाऊ लगने लगे हैं, तो क्यों न अपने रिश्तों के रूटीन बदलें आप, ताकि वो फिर से ताज़गी से भरपूर हो महकने लगें। थोड़ा जल्दी उठें, अपने लिए समय निकालें। वॉक पर जाएं और अपने पार्टनर को भी ले जाएं। फिर घर आकर रिलैक्स करें और सुबह की चाय या कॉफी साथ पीएं। इतने से शुरूआत करें, बाकी भी होता चला जाएगा।
रिश्तों में एक समय के बाद ऐसा व़क्त आता है, जब ज़िम्मेदारियां प्राथमिकता बन जाती हैं और ज़िंदगी से रोमांस गायब-सा हो जाता है। आपके साथ भी अगर ऐसा हो रहा है, तो इसे अभी इसी व़क्त रोक दें। कुछ ज़्यादा करने की ज़रूरत नहीं, बस पार्टनर को यह महसूस करवाएं कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं। कभी सरप्राइज़्ड फोन कॉल्स कर दें, कभी मैसेजेस, कभी डिनर या मूवी प्लान करें, तो कभी ऑफिस से जल्दी घर आकर साथ में टाइम स्पेंड करें।
ऐसा कुछ करें, जिससे पार्टनर को भी लगे कि यह तो कमाल हो गया, हमने तो सोचा ही नहीं था। चाहे तो सरप्राइज़ेस प्लान करें या अपनी कोई ऐसी बुरी आदत छोड़ दें, जिससे पार्टनर को ख़ुशी महसूस हो और उसे लगे कि आपने उसके लिए कुछ किया है। इससे नए सिरे से आप उन रिश्तों को जीने लगते हैं। इस तरह ये नयापन आप किसी भी तरह से ला सकते हैं।
आपका रिश्ता बहुत हद तक आपकी सेक्स लाइफ पर भी निर्भर करता है। पर्सनल हाईजीन से लेकर आपस में एक-दूसरे की ज़रूरतों का ख़्याल रखने तक… कुछ भी इग्नोर न करें। सेक्स प्यार के इज़हार का ज़रिया है इसे अच्छी तरह समझें। कम्यूनिकेट करें कि आपको क्या पसंद और क्या नापसंद है। सेक्स लाइफ भी रूटीन बनकर न रहे जाए इसलिए उसमें नयापन लाने के लिए बेडरूम के डेकोर को चेंज करें, सेक्स के नए पोज़ व नई ट्राइ करें।
एक-दूसरे के कामों में मदद अगर अब तक नहीं करते थे, तो अब करना शुरू कर दें। इससे काम हल्का होगा और ज़िम्मेदारियां बंटेंगी। बातचीत करके यह तय करें कि कौन-सी ज़िम्मेदारी कौन लेगा और उसे ईमानदारी से निभाएं भी। आपके किसी ख़ास व्यवहार या बात से पार्टनर को तकलीफ़ होती है, तो उसे करने से बचें। हो सकता है आपके लिए वह बात मामूली हो, पर पार्टनर को अच्छी न लगे, अगर आप जानते हैं कि आपका व्यवहार पार्टनर को हर्ट कर सकता है, तो न करें। ग़लती से ऐसा कुछ हो भी जाए, तो माफ़ी मांग लें। सॉरी कहने से रिश्ते मज़बूत होते हैं।