दौसा.
कोरोना की दूसरी लहर से देशवासी अभी उबर भी नहीं पाए थे कि तीसरी लहर के संकेत ने सकते में डाल दिया है। राजस्थान के दौसा में 341 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक जैसे राज्यों में बच्चों में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। ब्लैक फंगस के कोहराम के बीच राजस्थान से मिल रही रिपोर्ट चिंता बढ़ाने वाली है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आला अधिकारियों से इस विषय पर चर्चा कर रहा है। राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उनकी तैयारियों की जानकारी ली जा रही है।
राजस्थान के चिकित्सा विभाग के आंकड़ों की मानें तो साफ होता है कि राजस्थान के दौसा जिले में भी 1 मई से 21 मई तक 0 से 18 वर्ष तक के 341 बच्चे कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं, यानी संक्रमण बच्चों में ज्यादा देखने को मिल रहा है, बनिस्पत युवा और बुजुर्गों के। हालांकि दौसा में बताया जा रहा है कि इसमें से किसी भी बच्चे को हॉस्पिटल में एडमिट नहीं करना पड़ा। जिलाधिकारी का कहना है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देकर व्यापक स्तर पर तैयारियां की जा रही है और जिला अस्पताल को अलर्ट कर रखा गया है साथ ही और भी जो जरूरी कदम हैं उन्हें उठाया जा रहा है।
दौसा में इतने बच्चों में कोरोना संक्रमण मिलने के बाद राजस्थान सरकार अलर्ट हो गई है और ग्रामीण इलाकों में कोरोना की रोकथाम के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव-गांव और डोर-टू-डोर घूमकर और लोगों का कोविड टेस्ट करने का अभियान शुरू करने जा रही हैं, वहीं गांव में ही कोविड सेंटर बनाकर उनका इलाज भी करने की व्यवस्था पर काम किया जा रहा है।
राजस्थान में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 6103 नये मामले सामने आये जबकि इस घातक संक्रमण से 115 और लोगों की मौत हो गई।चिकित्सा विभाग की ओर से शनिवार शाम को जारी आंकड़ों के अनुसार, राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से 15,464 लोगों के ठीक होने से राज्य में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आई है। आंकड़ों के अनुसार, राज्य में संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि होने से अब 1,22,330 मरीज उपचाराधीन हैं।