नई दिल्ली
तुलसी में यूजिनॉल नाम का तत्व पाया जाता है जो शरीर में मौजूद स्ट्रेस हॉर्मोन कॉर्टिसोल के लेवल को कम कर तनाव दूर करने में मदद करता है। तुलसी, सैंकड़ों सालों से आयुर्वेदिक दवाइयों का भी अहम हिस्सा रही है। कोरोना ही नहीं, कई बीमारियों से बचाव और इम्युनिटी बढ़ाने के लिए तुलसी बहुत फायदेमंद है। रोजाना तुलसी वाली चाय के सेवन से कई मौसमी बीमारियां आपसे दूर रहती है। ऐसे में अगर आप रोजाना आम चाय के मुकाबले तुलसी वाली चाय पीते हैं, तो इससे आप हेल्दी रहते हैं।
खाली पेट तुलसी खाने के फायदे
सुबह-सुबह दूध वाली चाय की जगह तुलसी की चाय पीने के कई फायदे हैं। तुलसी के पत्तों में एंटिऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो शरीर को फ्री-रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाकर रखता है। साथ ही तुलसी की चाय सूजन को कम करने और तनाव दूर करने में भी मदद करती है।
बनाने का सही तरीका
तुलसी की चाय में दूध या चीनी न डालें, वरना इसके फायदे कम हो जाते हैं। ऐसे में तुलसी की चाय बनाने के लिए सबसे पहले पानी उबालें और फिर उसमें तुलसी की 8 से 10 पत्तियों को धोकर डाल दें। आप चाहें, तो इसमें थोड़ी सी अदरक और इलायची पाउडर भी डाल सकते हैं। करीब 10 मिनट तक इसे उबलने के लिए छोड़ दें। जब चाय अच्छी तरह से उबल जाए तो उसे छान लें। इसमें अपने स्वाद के अनुसार शहद या नींबू का रस डालकर पिएं।
तुलसी की चाय पीने के फायदे
-इसे पीने से कफ, खांसी, जुकाम, अस्थमा और जकड़न जैसी तकलीफ से राहत मिलती है।
-तुलसी की चाय शरीर में स्ट्रेस हार्मोन यानी कि कॉर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर नियंत्रित करने में मदद करती है।
-यह चिड़चिड़ापन, तनाव और डिप्रेशन को दूर करने में सहायक होती है।
-नियमित रूप से तुलसी की चाय पीने पर शरीर में शुगर का स्तर चमत्कारी रूप से कम हो जाता है।
-तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं, जिस कारण ये दांतों व मुंह के कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करती हैं।
-इसे पीना आर्थराइटिस के मरीजों के लिए रामबाण है। इसका एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण जोड़ों के लिए एक दर्द निवारक का काम करता है।