पश्चिम बंगाल में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। राज्य की हॉटसीट नंदीग्राम पर सही मायनों में ‘खेला’ हो गया। यहां पर बीजेपी ने सुवेंदु अधिकारी ने कांटे की टक्कर के बाद ममता बनर्जी को मात दे दी है। अधिकारी जहां शुरुआती रुझानों में ममता से आगे चल रहे थे, वहीं वहीं बाद में ममता आगे निकल गईं। आज शाम लगभग पांच बजे खबर आई कि ममता ने सुवेंदु अधिकारी को 1200 वोटों से पराजित कर दिया है, लेकिन इसके करीब एक घंटे बाद पता चला कि बीजेपी प्रत्याशी अधिकारी ने ममता को 1622 मतों से शिकस्त दे दी है। हार के बाद ममता ने आरोप लगाया है कि चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद कुछ हेरफेर की गई है। इसको लेकर वह कोर्ट जाएंगी और जल्द इसका खुलासा करेंगी।
ममता ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए अपनी हार स्वीकार की। उन्होंने कहा, “नंदीग्राम में भूल जाओ क्या हुआ। नंदीग्राम के बारे में चिंता मत करो। नंदीग्राम के लोग जो भी जनादेश देंगे, मैं उसे स्वीकार करती हूं। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैंने नंदीग्राम में सघंर्ष किया क्योंकि मैं एक आंदोलन लड़ी। हमने 221 से अधिक सीटें जीतीं और बीजेपी चुनाव हार गई है।:
चुनाव के दौरान चुनाव आयोग पर लगातार हमला करने वाली ममता कहा कि नंदीग्राम की लड़ाई उनके संघर्ष का हिस्सा है। चुनाव आयोग ने नंदीग्राम में हमेशा बीजेपी की प्रवक्ता के रूप में काम किया। पूरे चुनाव बीजेपी ने डर्टी पॉलिटिक्स की है।
आपको बता दें कि बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने दावा किया था कि वह ममता को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हरा देंगे, अन्यथा राजनीति से संन्यास ले लेंगे। सुवेंदु का एक दावा तो सही हो गया जो उन्होंने ममता को शिकस्त दे दी, लेकिन 50 हजार वोटों की जगह मात्र 1622 वोटों से ही ममता को हरा पाए हैं।