दिल्ली डेस्कः वैश्विक महामारी कोरोना के कारम विदेशों में फंसे भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए शुरू किये गये ‘वंदे भारत’ मिशन के पहले दिन सात मई की रात नौ नौनिहालों सहित 363 लोगों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस की दो उड़ानें केरल पहुँची। इनमें पहली उड़ान आईएक्स-452 अबुधाबी से 177 यात्रियों और चार नौनिहालों को लेकर रात 10.12 बजे कोच्चि पहुची। इन यात्रियों में 49 गर्भवती भी शामिल हैं, तो दूसरी उड़ान आईएक्स-344 रात 10.32 बजे दुबई से कोझिकोड़ पहुंची है। इसमें 177 यात्री और पांच नौनिहाल थे।
विदेश से आये सभी भारतीयों की हवाई अड्डों पर स्क्रीनिंग की गई है। अब उन्हें 14 दिन के अनिवार्य क्वारंटीन में अपने खर्चे पर रहना होगा। उन्हें क्वारंटीन केंद्र ले जाने के लिए हवाई अड्डों पर राज्य परिवहन की बसों और टैक्सियों की व्यवस्था की गई थी। क्वारंटीन की अवधि समाप्त होने और जाँच में कोरोना मुक्त होने की पुष्टि के बाद ही उन्हें अपने घर जाने की अनुमति होगी। विदेश से भारत आने के लिए किराये का खर्च भी यात्रियों को स्वयं वहन करना पड़ा है।
दोनों ही उड़ानों में कोविड-19 से बचाव के दिशा-निर्देशों का विशेष रूप से ध्यान रखा गया था। चालक दल के सभी सदस्यों ने निजी बचाव के साधन (पीपीई) किट पहन रखे थे। हर यात्री को स्क्रीनिंग के बाद ही विमान में सवार होने की अनुमति दी गयी।
वंदे भारत मिशन के तहत 64 उड़ानों में 12 देशों से तकरीबन 14,800 यात्रियों को स्वदेश लाने की योजना है। इनमें एयर इंडिया आठ मई से 15 मई के बीच 41 और एयर इंडिया एक्सप्रेस सात मई से 13 मई के बीच 23 उड़ानों का परिचालन करेगी।
अभियान के दूसरे दिन शुक्रवार को एयर इंडिया एक्सप्रेस की तीन और एयर इंडिया की भी तीन उड़ानें विदेशों से भारतीयों को लेकर आयेंगी।