दिल्ली में कोरोना वायरस के कारण बेकाबू होती स्थिति के मद्देजर छतरपुर मंदिर प्रबंधन ने मंदिर में मोबाइल फोन पर भी रोक लगा दी है। नवरात्रि के मौके पर माता के दर्शन के लिए आए श्रद्धालु मंदिर में फोन लेकर नहीं जा सकते है। मंदिर प्रबंधन का कहना है कि श्रद्धालु मंदिर परिसर में श्रद्धालु फोटो और सेल्फी लेने लगते हैं और इस दौरान वे सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन नहीं करते हैं।
उधर, डीडीएमए (DDMA) यानी दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भी कई नई पाबंदियां लगाई हैं। आपको बता दें कि मंगलवार से शुरू हो रहे नवरात्रि शुरू हो रहा है और इस दौरान मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ जमा न हो, इसे लेकर प्रशासन तैयारियों जुटा हुआ है।
छतरपुर मंदिर के सीईओ यानी मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. किशोर चावला ने बताया कि नवरात्रि के दौरान बहुत ही सीमित संख्या में श्रद्धालुओं को सैनिटाइज टनल से होकर एंट्री मिलेगी। उन्होंने बताया कि श्रद्धालु मंदिर में अपने साथ मोबाइल फोन नहीं ले जाएंगे। श्रद्धालुओं के फोन रखने की व्यवस्था भी मंदिर प्रशासन नहीं करेगा। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं को मंदिर में किसी तरह की पूजा सामग्री ले जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। श्रद्धालु मंदिर में जाकर सिर्फ माता के दर्शन कर पाएंगे।
वहीं झंडेवालान मंदिर में भी नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं को कई नियमों का पालन करना होगा। मंदिर प्रबंधन के मुताबिक कोरोना संक्रमण के मद्देनजर बुजुर्गों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को मंदिर में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। मंदिर के न्यासी कुलभूषण आहूजा के अनुसार मौजूदा समय की परिस्थिति और सरकारी निर्देश को ध्यान में रखते हुए ये निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि 65 साल से अधिक के बुजुर्ग, 10 साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने बताया कि रानी झांसी मार्ग, देशबंधु गुप्ता मार्ग और वरुणालय की ओर मंदिर में एंट्री होगी। मंदिर में फूल, माला, प्रसाद, चुन्नी लाने पर भी रोक है। नवरात्रि के दौरान सुबह छह बजे से रात्रि नौ बजे तक मंदिर में प्रवेश की इजाजत दी जाएगी।