तसलीमा नसरीन एक बार फिर विवादों में हैं। बांग्लादेश में जन्मीं इस लेखिका इंग्लैंड के क्रिकेटर मोईन अली को लेकर विवादित ट्वीट किया थी, जिसको लेकर उनकी काफी आलोचना हो रही है। अब उन्होंने अपने ट्वीट को लेकर सफाई दी है और उसे महज एक मजाक करार दिया है।

आपको बता दें कि तसलीमा ने अपने ट्वीट में कहा था कि यह मोईन अली क्रिकेटर नहीं होते तो शायद सीरिया जाकर आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का हिस्सा बन चुके होते। हालांकि तसलीमा ने बाद में वह ट्वीट हटा दिया था। इंग्लैंड टीम में मोईन के साथी खिलाड़ियों के साथ ही कई लोगों ने सोशल मीडिया पर तसलीमा की आलोचना की।

मोईन कई साल से इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हिस्सा हैं। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने सबसे पहले तसलीमा पर उनकी टिप्पणी को निशाना साधा। मोईन इस समय आईपीएल सीजन-14 के मुकाबले खेलने के लिए भारत में हैं। वह इस बार चेन्नई सुपर किंग्स का हिस्सा हैं।

अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि तसलीमा के इस विवादास्पद ट्वीट की वजह क्या थी? लेकिन इसे मोईन के उस अनुरोध से जोड़ कर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने चेन्नई सुपर किंग्स से अपनी जर्सी से जर्सी पर से ऐलकोहल कंपनी का लोगो हटाने अनुरोध किया है। बताया जा रहा है कि टीम प्रबंधन ने मोईन के अनुरोध को स्वीकार भी कर लिया है। हालांकि चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से बाद में कहा गया कि मोईन ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है।

चलिए आपको बताते हैं कि आखिर पूरा मामला था क्या?

तसलीमा ने सोमवार को अपने विवादित ट्वीट में लिखा था कि यदि अगर मोईन अली क्रिकेट के साथ नहीं जुड़े होते तो वह सीरिया जाकर आईएसआईएस जॉइन कर चुके होते। उनके इस ट्वीट पर बवाल मचा, तो उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर सफाई दी और कहा कि नफरत फैलाने वाले अच्छी तरह जान लें कि मोईन अली को लेकर किया गया मेरा ट्वीट मजाक में किया गया था, लेकिन उन्होंने इसे मुझे प्रताड़ित करने का जरिया बना लिया क्योंकि मैं मुस्लिम समाज को सेकुलर करने की कोशिश करती हूं और मुस्लिम धर्मांधता का विरोध करती हूं। मानवता के सबसे बड़े दुखों में यह भी शामिल है कि महिला-समर्थक वामपंथी भी महिला-विरोधी इस्लामिस्ट का समर्थन करते हैं।

उधर ब्रिटिश क्रिकेटर जोफ्रा आर्चर ने तसलीमा के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, “क्या तुम ठीक हो? मुझे नहीं लगता कि तुम ठीक हो?” उन्होंने आगे लिखा कि  ‘व्यंग्यात्मक? कोई भी नहीं हंस रहा है, तुम भी नहीं, तुम्हें कम से कम यह ट्वीट तो हटा ही देना चाहिए था।

आपको बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है, जब किसी ने किसी क्रिकेटर को लेकर विवादित टिप्पणी की है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर ने डीन जोंस ने साउथ अफ्रीकी क्रिकेटर हाशिम अमला को ‘आतंकवादी’ कह दिया था। उन्होंने अगस्त 2006 में साउथ अफ्रीका और श्रीलंका के बीच मैच के दौरान जब हाशिम अमला ने कैच किया तो लाइव कॉमेंट्री में डीन जोन्स कहते सुने गए कि आतंकवादी को एक और विकेट मिल गया। इसके बाद जोंस की काफी आलोचना हुई थी।

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