राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिल्ली में फिलहाल लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। यदि ऐसी स्थिति बनती भी है तो सरकार पहले दिल्ली के लोगों से सलाह लेगी। ये बात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कोविड-19 को लेकर बुलाई गई बैठक में कही। उन्होंने बताया कि दिल्ली में कोरोनावायरस की चौथी लहर चल रही है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में पहले के मुकाबले हालात ज्यादा खतरनाक नहीं है। दिल्ली में मौत के आंकड़े और मरीजों के आईसीयू (ICU) यानी गहन चिकित्सा कक्ष में मरीजों के पहुंचने की संख्या पहले के मुकाबले कम हुई है।
उधर, केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने कोविड-19 के मुद्दे पर शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस बैठक में सभी राज्यों के स्वास्थ्य सचिव और पुलिस महानिदेशक भी शामिल हुए। इस बीच विशेष तौर पर उन 11 राज्यों पर फोकस किया गया, जहां कोरोना के केस सबसे ज्यादा आ रहे हैं। इन राज्यों में कोरोना से मौत के आंकड़े भी चिंताजनक हैं। इन 11 राज्यों में ही कोविड-19 के 90 प्रतिशत केस और 90.5 प्रतिशत मौते हुई हैं।
आपको बता दें कि ये 11 राज्य पिछले साल आए पीक के आंकड़ों को या तो पीछे छोड़ चुके हैं या फिर छोड़ने वाले हैं। कोरोना के कारण महाराष्ट्र में स्थिति सबसे ज्यादा खराब हैं। गौबा ने सभी राज्यों को कोरोना गाइडलाइन का पालन सख्ती से कराने की हिदायत दी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 81,466 नए मामले सामने आए। इसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या एक करोड़ 23 लाख 03 हजार 131 हो गई है। वहीं इस दाैरान 50,356 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिसे मिलाकर अब तक 1,15,25,039 मरीज कोरोनामुक्त भी हो चुके हैं। सक्रिय मामले 6,14,696 हो गये हैं। इसी अवधि में 469 और मरीजों की मौत के साथ इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 1,63,396 हो गयी है।
देश में रिकवरी रेट 93.68 फीसदी और सक्रिय मामलों की दर बढ़कर 5.00 प्रतिशत हो गया है, जबकि मृत्युदर घटकर 1.33 फीसदी रह गयी है।
वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग की ओर से आज जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान यहां 3,594 नए मामले सामने आए। इसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 6,68,814 तक पहुंच गई है जबकि 2,084 और मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोना मुक्त लोगों की संख्या बढ़कर 6,45,770 हो गई है।