केरल में 6 अप्रैल को विधानसभा की 140 सीटों पर चुनाव के लिए वोटिंग होगी. राजनीतिक दल इसे लेकर चुनाव प्रचार में जुटे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में चुनाव प्रचार के दौरान सत्ताधारी एलडीएफ पर करारा हमला बोला. पीएम मोदी ने रैली में पूछा, ‘आखिर राज्य में एलडीएफ ने क्या किया. उन्होंने केरल की छवि को बर्बाद किया और साथ ही अपने एजेंट्स के जरिए धार्मिक पवित्र जगहों की छवि के साथ भी खेला. भगवान अयप्पा के भक्तों का स्वागत तो फूलों से किया जाना चाहिए था लेकिन उन्होंने लाठियां मिलीं. वो कोई अपराधी नहीं थे.’
पीएम ने कहा कि राज्य में यूडीएफ और एलडीएफ दोनों ही गठबंधन वंशवाद की राजनीति को बढ़ावा देते हैं और इसके अलावा हर किसी को साइडलाइन कर दिया जाता है. पीएम मोदी ने कहा, ‘एलडीएफ के एक टॉप नेता के बेटे का केस सभी जानते हैं, इसके बारे में मुझे ज्यादा कुछ नहीं कहना.’ गौरतलब है कि केरल में सीएपीएम की अगुआई वाले एलडीएफ की सरकार है, वहीं कांग्रेस की अगुआई वाला यूडीएफ मुख्य विपक्षी है. राज्य में इन्हीं दोनों के बीच मुख्य मुकाबला है. अब बीजेपी भी राज्य में अपनी जमीन तलाश रही है.
पीएम मोदी ने कहा, ‘लोग देख रहे हैं कि बीजेपी राजनीति में पढ़े-लिखे लोगों को लाने की पक्षधर है. मेट्रोमैन ई. श्रीधरन की सक्रियता इस बात की प्रतीक है. उन्होंने अपना बड़ा योगदान दिया है और अब उन्होंने बीजेपी को चुना है. इसके जरिए वो समाज की सेवा करना चाहते हैं.’
मोदी ने कहा, ‘ऐसा वक्त आता है जब लोग तानाशाही शक्तियों के खिलाफ एक सुर में बात करते हैं. और फिर यहीं से सत्ता में बैठे हुए लोगों को संदेश जाता है. मैं आज केरल में उसी तरह की भावना देख रहा है. लोग बीजेपी के विकास के एजेंडा को देख रहे हैं. वो हमारी राजनीति के साथ जुड़ाव महसूस करते हैं.’