पश्चिम बंगाल गुरुवार को यानी एक अप्रैल को दूसरे चरण की वोटिंग होने वाली है। इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इमोशनल कार्ड खेला है। उन्होंने बीजेपी की विरोधी पार्टियों को खत लिखकर एकजुट होने की अपील की है। ममता ने कहा है कि मुझे लगता है कि लोकतंत्र को बचाने के लिए बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने का वक्त आ गया है।
सीएम ममता ने जिन राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को चिट्ठी लिखी है, उनमें कांग्रेस की सोनिया गांधी, एनसीपी (NCP) के शरद पवार, डीएमके ( DMK) के एमके स्टालिन, आरजेडी (RJD) के तेजस्वी यादव, शिवसेना के उद्धव ठाकरे, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, बीजेडी (BJD) के नवीन पटनायक और वाईएसआर (YSR) कांग्रेस के जगन रेड्डी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि मैं ये चिट्ठी उन सभी पार्टियों को लिख रही हूं, जो बीजेपी के खिलाफ हैं। मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि केंद्र की बीजेपी सरकार लोकतंत्र खत्म करने की कोशिश कर रही है। इसका सबसे ताजा तथा बड़ा उदाहरण दिल्ली सरकार के खिलाफ पास हुआ एनजीसीटीडी बिल है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दो बार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को हराया है। इसलिए जब बीजेपी लोकतांत्रिक तरीके से नहीं जीत सकी तो उसने उपराज्यपाल के जरिए शासन करने का तरीका निकाला।
उधर, तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि अपने भाषणों में हमेशा घुसपैठिया शब्द का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें बताना चाहिए कि इसके लिए कौन जिम्मेदार है। सीमा की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी सीमा सुरक्षा बल (BSF) की है और वह शाह के मंत्रालय के तहत आती है। यदि इसके बाद भी घुसपैठ हो रही है तो शाह और बीएसएफ के डीजी को इस्तीफा दे देना चाहिए।
वहीं बीजेपी टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के खिलाफ चुनाव आयोग पहुंच गई है। पार्टी ने बुधवार को चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर बनर्जी के खिलाफ शिकायत की है। बीजेपी ने शिकायत की है कि बनर्जी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और चुनाव आयोग के खिलाफ भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं।