पीडीपी (PDP) यानी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रमुख एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को फिलहाल भारतीय पासपोर्ट नहीं मिलेगा। उनका आवेदन सोमवार को रद्द हो गया। महबूबा ने इस फैसले के खिलाफ जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी और कहा हमें नहीं लगता कि इस मामले में कोर्ट को दखल देना चाहिए।
सीआईडी (CID) यानी क्राइम इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट ने पुलिस वैरिफिकेशन रिपोर्ट में महबूबा को पासपोर्ट नहीं देने के लिए कहा। इसी आधार पर क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय ने उन्हें पासपोर्ट जारी करने से इनकार कर दिया।
उधर, महबूबा ने सोशल मीडिया पर इस फैसले पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पासपोर्ट के लिए दिया गया मेरा आवेदन रद्द कर दिया गया है, क्या एक पूर्व मुख्यमंत्री देश के लिए खतरा है? वहीं पासपोर्ट ऑफिस ने महबूबा को लेटर जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि यदि महबूबा चाहें तो पासपोर्ट रिजेक्शन के खिलाफ विदेश मंत्रालय में अपील कर सकती हैं।
महबूबा ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कश्मीर में नॉर्मलाइजेशन का वादा किया गया था। क्या इस तरह सारी चीजों को नॉर्मल किया जाएगा? मेरा पासपोर्ट नहीं जारी किया जा रहा है। सीआईडी ने अपनी रिपोर्ट में मुझे देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है। 2019 के बाद हमें यही सब हासिल हुआ है। एक एक्स सीएम को पासपोर्ट देने से एक शक्तिशाली देश की साख खतरे में आ जाती है।