कोरोना वायरस के कारण राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर स्थिति खराब होने लगी है। यहां लगातार तीसरे दिन इस संक्रमण के डेढ़ हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। वहीं यहां पर शनिवार को 10 मरीजों की मौत हुई जो लगभग ढाई महीनों में सबसे ज्यादा है। दिल्ली में कोविड-19 के प्रकोप का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि यह पर मजह छह दिन में ही कंटेनमेंट जोन्स की संख्या 800 तक बढ़ गई है। कोरोना से बेकाबू होते हालात के मद्देनजर डीडीएमए (DDMA) यानी दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने शादियों और अन्य समारोहों में मेहमानों की अधिकतम संख्या घटा दी है।
पिछले 24 घंटों के दौरान यहां 1,558 नये मामले सामने आए और पॉजिटिविटी रेट 1.7% रहा। आधिकारिक आंकड़ों के पिछले साल 15 दिसंबर के बाद से यह सर्वाधिक संख्या है। उस समय यानी 15 दिसंबर 2020 को यहां पर 1,617 लोग पॉजिटिव पाए गए थे। बात सक्रिय मामलों की करें तो यहां पर शुक्रवार को ऐक्टिव केसेज 6,051 थे, जो शनिवार को बढ़कर 6,625 तक पहुंच गए। दिल्ली में कोविड के कुल मरीजों की संख्या 6,55,834 हो चुकी है जिनमें से करीब 6.38 लाख मरीज ठीक हुए हैं। वहीं 10,987 लोग जान गंवा चुके हैं।
राष्ट्रीय राजधानी में एक जनवरी 2020 को कोविड के सवा छह लाख से थोड़े ज्यादा केस थे और 10,557 मौतें हुई थीं। फरवरी में नए केसेज में और गिरावट देखी गई, लेकिन मार्च में फिर से इसमें तेजी देखी गई।
दिल्ली में एक दिन पहले तक यानी शुक्रवार को 3,312 मरीज होम आइसोलेशन में थे जिनकी संख्या शनिवार को बढ़कर 3,708 हो गई। उधर, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दिल्ली में एक और लॉकडाउन की संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यह कोरोना वायरस को रोकने का कोई उपाय नहीं है।