पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव प्रचार में राजनीतिक दल एक-दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं. बयानों के तीखे तीर से सियासत गरमाई हुई है. बंगाल की सीएम और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने नंदीग्राम में घायल होने के बाद पहली बार पुरुलिया के झालदा में जनसभा को संबोधित किया. वह व्हील चेयर से सभा में पहुंचीं. उन्होंने कहा कि लोगों ने समझा था कि वह चुनाव प्रचार नहीं कर पाएंगी, लेकिन उन लोगों के दर्द से आम लोगों का दर्द ज्यादा है. वह किसी तरह से बच गई हैं. उन्होंने आदिवासियों के हित के लिए सरकार के द्वारा उठाये गए कामों का बखान किया. उन्होंने कहा कि मेरा पैर तोड़ दिया है, तो भी वह लड़ाई कर रही हूं, तो आप क्यों नहीं लड़ाई कर सकते हैं?
ममता ने कहा कि टीएमसी की सरकार रहेगी और सभी को निःशुल्क राशन दिया जाएगा. लोगों को घर-घर राशन पहुंचाया जाएगा. पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य साथी के तहत चिकित्सा की सुविधा मिलेगी. यह सुविधा निजी अस्पतालों में भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा था कि बिना पैसा गैस देंगे, लेकिन कीमत बढ़ गई है. उज्जवला में भी घोटाला हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितना भी कोशिश करो, आप मेरी आवाज नहीं बंद कर पाएंगे. मुझ पर आक्रमण करने पर मेरे भाई-बहन एक जुटकर होकर जवाब देंगे. उन्होंने कहा कि बीजेपी के नेता आदिवासियों के घर में खाना नहीं फाइव स्टार होटल से खाना लाते हैं और किराये पर घर लेते हैं. बीजेपी को विश्वास नहीं करें.
बीजेपी पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि बैंक बिक्री कर दे रहे हैं. बीएसएनएल बंद कर दे रहे हैं. एयर एंडिया और सेल बिक्री कर दे रहे हैं. नोट बंदी से करोड़ों रुपये कमाया है और 500 रुपये देकर वोट जीतना चाहते हैं. यदि चरित्र नष्ट हो जाता है, तो सब कुछ नष्ट हो जाता है. अब गरीब हो सकते हैं, लेकिन सिर नहीं झुका सकते हैं. कांग्रेस और सीपीएम बीजेपी की दलाली कर रहा है. उन्होंने कहा कि आपका वोट लूट करेगा, लेकिन आप वोट लूट करने नहीं देंगे.
बंगाल की सीएम ने कहा कि 13 और 14 को सभा थी, लेकिन नहीं कर पाई. 10 मार्च को पूरे शरीर में चोट लगी. किसी तरह से बच गई. पैर पर प्लास्टर लगा हुआ है. कुछ लोगों ने सोचा था कि टूटे पांव में बाहर निकल पाउंगी. मेरे शरीर में दर्द है, लेकिन मेरे दर्द से आम लोगों का दर्द ज्यादा है. उनको स्वस्थ रहना होगा. बंगाल की रक्षा करनी होगी.