उत्तर प्रदेश के कासगंज में सिपाही की पीट-पीटकर हत्या करने का मुख्य आरोपी मोती सिंह आज तड़के मारा गया। पुलिस ने मोती को रविवार तड़के 3.30 बजे एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस ने मोती पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने मोती के वह पिस्टल भी बरामद कर ली है, जो उसने दारोगा (SHO) अशोक से मारपीट के के दौरान छीनी थी।
कासगंज के एसपी (SP) यानी पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सोनकर ने बताया कि करतला रोड पर काली नदी के पास मोती और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई। इस दौरान मोती को गोली लगी, जिसके बाद घायल अवस्था में उसे उपचार के लिए कासगंज जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
आपको बता दें कि सिपाही देवेंद्र सिंह और दारोगा अशोक नौ फरवरी को एक नोटिस चिपकाने कासगंज के नगला धीमर गांव गए थे। इसी दौरान मोती सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों के साथ मारपीट की थी। इस घटना में देवेंद्र की मौत हो गई थी और अशोक घायल हो गए थे।
पुलिस के मुताबिक हिस्ट्रीशीटर मोती का पूरे इलाके में भय व्याप्त था। लोग उसे कटरी किंग कहते थे। पुलिस के साथ मारपीट की घटना के अगले दिन यानी 10 फरवरी को पुलिस ने मोती के चचेरे भाई एलकार को एनकाउंटर में मार गिराया था। पुलिस ने एलकार को 10 फरवरी को तड़के तीन बजे काली नदी ढेर किया था। इस सिलसिले में पुलिस मोती की मां सियारानी तथा दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
आपको बता दें कि नगला धीमर गांव अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात है। पुलिस अक्सर यहां तलाशी अभियान चलाती रहती है। इस घटना के दिन मोती और उसके दोस्तों ने पहले पुलिसवालों को गांव में पीटा। फिर उन्हें बंधक बनाकर अनजान जगह पर ले गए थे। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। तलाश अभियान के दौरान एसआई (SI) यानी पुलिस उप निरीक्ष अशोक अर्धनग्न हालत में घायल मिले थे।