मोतिहारी. नेपाल का एक व्यक्ति मोतिहारी के कुंडवाचैनपुर बाजार में नाइट गार्ड का काम करता है। वह सियाराम साह के मकान में भाड़े पर रहता था। दिन में वह बाजार में घूम घूम कर चाय बेचने का काम करता था और रात में चौकीदारी का काम करता था। लगभग 7 वर्षों से वह उसी बाजार में काम करके अपना परिवार चला रहा है। उसके परिवार में पत्नी और एक 12 साल की बच्ची थी। किसी कार्यवश उसकी पत्नी नेपाल अपने गांव गई थी। बच्ची घर में अकेली ही थी।
इसी दौरान कुंडवाचैनपुर के ही विनय साह, दीपक कुमार साह, देवेंद्र कुमार साह और रमेश साह उसके घर पहुंचे और बच्ची के साथ गैंग रेप किया। अपनी करतूत को छिपाने के लिए आरोपियों ने बच्ची की हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपियों ने मृत बच्ची के पिता को काफी डराया-धमकाया और मृत बच्ची के शव को जला दिया। घटना के अगले दिन मृत बच्ची के पिता और भाई को आरोपियों में मारपीट कर नेपाल सीमा तक पहुंचा दिया।
उक्त नेपाली परिवार के अन्य सदस्य जो उसी गांव में रहते हैं, उन्होंने थानेदार से शिकायत की तो उसने कोई कार्रवाई नहीं की। उल्टे आरोपियों के साथ केस को मैनेज करने में लग गया। कोई कार्रवाई होते न देख घटना के एक सप्ताह के बाद मृत बच्ची के पिता ने सिकरहना एसडीपीओ को आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया है। उन्होंने जांच को आगे बढ़ाया तो मामला पूरी तरह साफ हो गया। कुंडवाचैनपुर थानाध्यक्ष संजीव रंजन ने आरोपियों के साथ मिलकर बच्ची के शव को ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी। किसी ने इसका ऑडियो बनाकर वायरल कर दिया। संज्ञान लेते हुए एसपी ने थानाध्यक्ष संजीव रंजन को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही 2 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है।
बताया जाता है कि स्थानीय थानेदार को सारी चीजों के बारे में जानकारी थी। मृत बच्ची के पिता ने एसडीपीओ को दिए आवेदन में 12 लोगों को आरोपित किया है। एसडीपीओ सिकरहना के नेतृत्व में घटना की जांच के लिए एसआईटी का गठन कर दिया गया है। एसपी ने बताया कि घटना के बाद थानाध्यक्ष ने एफआईआर दर्ज नहीं कराई और मृतका के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं कराया। साथ ही अपने वरीय अधिकारियों को जानकारी भी नहीं दी। जबकि थानाध्यक्ष को सारी बातों की जानकारी थी, जिसका ऑडियो वायरल है। एसपी ने कहा कि थानाध्यक्ष को निलंबित कर इस घटना में थानाध्यक्ष की भूमिका की भी जांच की जाएगी।