न्यूयॉर्क. दुनिया को अपने चश्मे से देख रहे ब्लूमबर्ग ने कोरोना संक्रमणकाल के बाद से पहली बार एक सूची जारी की है। इस सूची के अनुसार, भारत लगातार बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। जिस तरह से संक्रमणकाल में उसने पूरे देश में स्थिति को संभाल वह विकासशील देशों के लिए भी प्रेरक हो सकता है। ब्लूमबर्ग ने इस प्रयासों में अमेरिका को फेल्योर करार दिया है तो शातिर चीन भी उसकी नजरों से गिर गया है।
इसने अपना ताजा इनोवेशन इंडेक्स 2021 में नई खोजों के मामले में भारत 50वें स्थान पर है। पिछले वर्ष की तुलना में भारत चार पायदान ऊपर गया है। खास बात यह है अमेरिकी शीर्ष 10 देशों की सूची से बाहर है और चीन एक स्थान से गिरकर 16वें पायदान पर पहुंच गया है।
दुनिया में कोरोना महामारी के प्रसार के बाद ब्लूमबर्ग ने पहली बार अपनी यह रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में कोरोना महामारी का असर भी साफ दिख रहा है। यहां बता दें कि ब्लूमबर्ग मूल्य, समय या वित्तीय डेटा, लेनदेन और विश्लेषण सहित समाचार, वैश्विक वित्तीय जानकारी प्रदान करने वाला एक निगम है।1981 में स्थापित और इसका मुख्यालय मिडटाउन मैनहट्टन, न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में है। कंपनी की सेवाएं अपने स्वयं के प्लेटफार्मों, टेलीविजन, रेडियो और पत्रिकाओं में फैली हुई हैं। या वित्तीय पेशेवरों के लिए पेशेवर विश्लेषण उपकरण प्रदान करते हैं।
इस इंडेक्स में जर्मनी चौथे स्थान पर है। पिछले वर्ष वह शीर्ष स्थान पर था। अमेरिकी ट्रेड वार और कोरोना महामारी के चलते चीन एक पायदान नीचे आया है। पहले वह 15वें स्थान पर था, इस बार वह एक पायदान नीचे 16वें स्थान पर है। इसके तहत 200 देशों से अधिक देशों की अर्थव्यवस्था का विभिन्न पैमानों पर डाटा लिया जाता है। इंडेक्स में टॉप देशों की सूची जारी की जाती है। इंडेक्स इस बात की ओर संकेत करता है कि दक्षिण कोरिया, जर्मनी और इजराइल जैसे टॉप में रहे देशों ने कोरोना से निपटने में भी बेहतर प्रदर्शन किया।
यहां बता दें कि ब्लूमबर्ग मूल्य, समय या वित्तीय डेटा, लेनदेन और विश्लेषण सहित समाचार, वैश्विक वित्तीय जानकारी प्रदान करने वाला एक निगम है।1981 में स्थापित और इसका मुख्यालय मिडटाउन मैनहट्टन, न्यूयॉर्क, संयुक्त राज्य अमेरिका में है। कंपनी की सेवाएं अपने स्वयं के प्लेटफार्मों, टेलीविजन, रेडियो और पत्रिकाओं में फैली हुई हैं। या वित्तीय पेशेवरों के लिए पेशेवर विश्लेषण उपकरण प्रदान करते हैं। माइकल ब्लूमबर्ग ने वित्तीय और सूचना विश्लेषण तकनीक के प्रदाता के रूप में 1981 में ब्लूमबर्ग एलपी की स्थापना की थी। इसकी सूची का अपना ही महत्व होता है और दुनिया भर में उसे तरजीह दी जाती है।