बगदाद. इराक की राजधानी बगदाद के एक व्यावसायिक इलाके में दो आत्मघाती बम धमाके में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई है और 73 अन्य घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि मारे जाने वालों की तादाद और बढ़ सकती है। जानकारी के अनुसार, दो हमलावरों ने अपनी विस्फोटकों से भरी
जैकेट को मध्य बगदाद के भीड़ से भरे तयरान चौक पर उड़ा दिया।
इराक में जनवरी 2018 के बाद ये सबसे बड़ा आतंकी हमला बताया जा रहा है। ये हमला उस समय हुआ, जब कोरोना महामारी के बाद खुली बाजार में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। तभी पहले आत्मघाती हमलावर ने खुद के बीमार होने का नाटक किया और जैसे ही लोग उसके आस पास जुटे, उसने धमाके में खुद को उड़ा दिया। दूसरा धमाका उस समय हुआ, जब पहले धमाके के बाद स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुट गए, तभी दूसरे हमलावर ने खुद को उड़ा लिया।
देखा जाए तो बगदाद में साल 2003 से पहले आम तौर पर शांति हुआ करती थी, लेकिन साल 2003 में अमेरिकी हमले के बाद वहां आत्मघाती हमले बेहद बढ़ गए थे और 2017 से कुछ समय पहले तक इस्लामिक स्टेट की आवक से भी बगदाद में लगातार धमाके होते रहे। हालांकि इस्लामिक स्टेट की हार के बाद से बगदाद आम तौर पर शांत रहता था, जिसकी वजह से बगदाद में काफी सारे चेक पोस्ट हटा दिए गए थे और विदेशी सैनिक भी सड़कों पर नहीं दिख रहे थे। ऐसे में इस भीड़ भाड़ वाले बाजार को निशाना बनाना आतंकियों के लिए आसान हो गया। हालांकि इन धमाकों को चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। इराक में जून 2021 में चुनाव भी होने हैं।
नि:संदह इराक में काफी समय से शांति थी लेकिन इन हमलों ने माहौल को फिर से गरमा दिया है। वर्ष 2003 में अमेरिका के आने के बाद भड़की हिंसा इन दिनों शांत चल रही थी। मिलिशिया के लोग इन दिनों अमेरिकी सुरक्षा बलों को रॉकेट और मोर्टार से निशाना बनाते रहते हैं। हालांकि ईरान समर्थक गुटों के साथ अनौपचारिक समझौते के बाद ये हमले कम हो गए हैं। इस ताजा हमले से सुरक्षा चिंता एक बार फिर से बढ़ गई है। इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गए हैं।
पुलिस ने बताया कि मौत के आंकड़े बढ़ सकते हैं, क्योंकि कई घायलों हालत गंभीर बताई जा रही है। इस हमले की अभी किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है। इससे पहले आतंकी संगठन आईएस इराक में हमले करता रहा है। इस बाजार में कपड़े बेचे जाते थे।