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देश के 33 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों के 736 जिलों में आज कोरोना वैक्सीनेशन के ड्राई रन का चल रहा है। यह वैक्सीनेशन का तीसरा चरण है। इसका मकसद रियल वैक्सीनेशन शुरू करने से पहले इसमें आने वाली दिक्कतों का पता लगाना है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज तमिलनाडु में ड्राई रन का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा है कि अगले कुछ दिनों में हम देश के लोगों को कोरोना की वैक्सीन का टीका लगाना शुरू कर देंगे।

इससे पहले, 2 जनवरी को पूरे देश में टीकाकरण का ड्राई रन किया गया था. वैक्सीनेशन के लिए पहला ड्राई रन 28 और 29 दिसंबर को देश के 4 राज्यों में कुछ जगहों पर किया गया था.

पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन को लेकर अच्छे रिजल्ट सामने आए थे, जिसके बाद सरकार ने पूरे देश में ड्राई रन को लागू करने का फैसला किया था. और अब एक बार फिर सरकार ने ड्राई रन कराने का फैसला लिया है.

नेशनल कोविड टास्क फोर्स के हेड डॉ. विनोद पॉल ने कुछ दिनों पहले मीडिया को बताया था कि कोविड टीकाकरण के लिए सरकार, इंडस्ट्री और अन्य स्टेकहोल्डर्स एक साथ मिलकर टीम की तरह काम रहे हैं. उन्होंने बताया था कि पहले फेज में देश के तीस करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है. इन्हें प्राथमिकता के आधार पर चुना गया है.

आपको बता दें कि देश में इसके 31 बड़े स्टॉक हब होंगे. इन स्टॉक हब से सभी राज्यों के 29 हजार वैक्सिनेशन प्वाइंट्स तक वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी. सरकार साफ कर चुकी है कि लोगों के टीकाकरण में आर्थिक मामलों को आड़े नहीं आने दिया जाएगा.

डॉ. पॉल ने साफ किया था इस वक्त वैक्सिनेशन को लेकर फ्रंटलाइन वर्कर्स और उम्रदराज लोग प्राथमिकता में हैं. देश की पूरी जनसंख्या का टीकाकरण पहले फेज में नहीं किया जाएगा. कोरोना की वजह से कम से कम मौत हों इसी वजह से हाई रिस्क वाले लोगों को पहले वैक्सिनेशन की लिस्ट में शामिल किया गया है.

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