कोरोना वायरस वैक्सीन को लेकर चर्चा पूरी दुनिया में चर्चा तेज है. कई देशों ने वैक्सीन बना ली है और कई राष्ट्रों में टीकाकरण भी शुरू हो गया है. भारत ने भी इस दिशा में दो वैक्सीन को आपातकाल मंजूरी दे दी है. इसमें एक ऑक्सफोर्ड की कोविशील्ड है और दूसरी भारत की अपनी कोवैक्सीन है. ऐसे में बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमिन ने खुलासा किया है कि भारत से कोरोना टीका पाने के लिए वहां की सरकार से संपर्क किया गया है।
मोमिन ने कहा कि इस संबंध में विस्तृत जानकारी जल्द ही सामने आ जाएगी। उन्होंने कहा कि ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका कोरोना वैक्सीन के गैर-निर्यात के बारे में विदेश मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय को आधिकारिक रूप से कुछ भी पता नहीं है।
उन्होंने कहा,“मुझे सुबह फोन पर इसकी सूचना मिली और मैं मंत्रालय से पूछूंगा कि क्या उन्हें इस मामले में कोई जानकारी है।”
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय-भारत ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के एक निर्यातक सीरम संस्थान पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। यह प्रतिबंध कईं महीनों तक जारी रहेगा। भारत के प्रतिबंध के कारण टीके के गरीब देशों के सामान्य लोगों तक पहुंचने में कई माह का समय लग जाएगा।
सीरम इंस्टीट्यूट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अडार पूनावाला ने रविवार को कहा कि भारत के नियामक निकाय ने उनके टीकों को आपातकालीन इस्तेमाल की स्वीकृति प्रदान की। हालांकि, शर्त यह है कि भारत के आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन का निर्यात नहीं किया जाएगा।
पूनावाला ने कहा,“हम फिलहाल केवल भारत सरकार को वैक्सीन प्रदान कर सकते हैं। यह भी निर्देश दिया गया है कि टीकों का स्टॉक न किया जाए। सीरम को भारत के अंतर्देशीय बाजार में टीके बेचने से परहेज करने के लिए भी कहा गया है।”
दूसरी ओर बंगलादेश के स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मलिक ने प्रेस ब्रीफिंग में कहा,“भारत से तुरंत वैक्सीन हासिल करने के मामले में हमें फिलहाल कोई तनाव नहीं है।”