हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में शक्तिभोग फूड्स लिमिटेड और इसके निदेशकों पर केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शिकंजा कसा है। एक बैंक कंसोर्टियम के साथ 3 हजार 269 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में इनके दिल्ली स्थित आठ ठिकानों पर छापेमारी हुई है।
सीबीआई की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, जांच एजेंसी ने कंपनी के प्रबंध निदेशक/गारंटर, निदेशकों और अज्ञात सरकारी अधिकारियों एवं अन्य के आठ ठिकानों पर छापे मारे हैं तथा उनके पास से आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किये हैं।
गौरतलब है कि सीबीआई ने एक प्राथमिकी दर्ज की है जिसमें मेसर्स शक्तिभोग फूड्स लिमिटेड के अलावा इसके प्रबंध निदेशक के. कृष्ण कुमार एवं अन्य निदेशकों- सिद्धार्थ कुमार एवं सुनंदा कुमार – को आरोपी बनाया गया है। इनके खिलाफ आरोप है कि इन्होंने भारतीय स्टेट बैंक के नेतृत्व में 10 बैंकों के एक कंसोर्टियम से करीब 3269 करोड़ 42 लाख रुपये की धोखाधड़ी की है।
दर्ज एफआईआर के अनुसार, निदेशकों ने न केवल बैंक खातों में फर्जीवाड़ा किया, बल्कि बैंकों से रकम निकालने के लिए जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल भी किया। यह मामला भारतीय स्टेट बैंक की शिकायत पर दर्ज किया गया है।