दिल्लीः तीन नए केंद्रीय कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 38वां दिन है। इस बीच आंदोलनकारी किसानों ने चेतावनी है कि यदि एमएसपी यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी मान्यता देने की मांग पर चार जनवरी समझौता नहीं होता है, तो वे अपने आंदोलन को देशभर में तेज करेंगे। आपको बता के कृषि कानूनों को लेकर चार जनवरी यानी सोमवार को सरकार और किसानों के बीच आठवें दौर की वार्ता होगी।

किसान नेता बीएस राजेवाल, दर्शनपाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मौल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाला, शिव कुमार शर्मा कक्काजी और योगेंद्र यादव ने शनिवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चार जनवरी को सरकार के साथ आठवें दौर की बातचीत है और इसके विफल होने पर 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली में ट्रैक्टर ट्रॉली परेड निकाली जाएगी । इससे पहले दिल्ली के आसपास के किसानों के ट्रैक्टर ट्रॉली को 25 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी में बुलाया जायेगा ।इन लोगों ने बताया कि 23 जनवरी को सुभाष चन्द्र बोस की जयंती के अवसर पर देशभर में राजभवनों पर प्रदर्शन किया जाएगा । किसानों का कहना है कि राज्यपाल केंद्र के प्रतिनिधि होते हैं,इसी वजह से राजभवनों पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा ।

किसान नेताओं ने कहा कि बातचीत विफल होने पर पांच जनवरी से ही देशभर में विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया जाएगा। आपको बता दें कि किसान संगठनों ने छह जनवरी को पहले ही केएमपी हाईवे पर ट्रैक्टर ट्रॉली प्रदर्शन करने की घोषणा कर रखी है। किसानों का कहना है कि बीजेपी सरकार पर दबाव बढ़ाने का समय आ गया है जिसके कारण विरोध प्रदर्शन के हर उपाय को अपनाया जाएगा ।

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