वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदार बूटा सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका शनिवार को यहां निधन हो गया। वह 86 साल के थे।
सरदार बूटा उनके परिवार में पत्नी , दो पुत्र और एक पुत्री है। 21 मार्च 1934 को पंजाब में जालंधर जिले के मुस्तफापुर गांव में जन्मे बूटा सिंह राजनीति में आने से पहले पत्रकारिता से जुड़े थे। उन्होंने अकाली दल की ओर से पहला चुनाव जीता था और बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। वह आठ बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्होंनें केंद्रीय मंत्री के तौर पर गृह, कृषि , रेल और संचार तथा अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों के साथ ही बिहार के राज्यपाल का दायित्व निभाया था। बूटा सिंह डॉ. मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 2007 से 2010 तक राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष भी रहे थे।