पूरे उत्तर भारत में सर्दी का सितम जारी है। इस साल ठंड सारे रिकॉर्ड तोड़ रही है। लद्दाख के द्रास में तापमान माइनस 26.8 डिग्री सेल्सिस और कश्मीर गुलमर्ग में -9 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है। आपका बता दें कि द्रास साइबेरिया के बाद विश्व का दसरा सबसे सर्द क्षेत्र है। इन इलाकों में 4 से 5 जनवरी तक हिमपात के आसार हैं। दिल्ली तथा एनसीआर के कई क्षेत्रों में शनिवार को हल्की बारिश हुई, जिससे ठंड बढ़ने के आसार हैं। वहीं मध्य प्रदेश और राजस्थान में भी अगले कुछ दिनों में बारिश होने ह आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में शनिवार शीतलहर चलने की संभावना है। वहीं राष्ट्रीय राजधानी तथा एनसीआर में घना कोहरा छाया रहेगा।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार को न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सिय दर्ज किया गया, जो इस मौसम के हिसाब से सामान है, लेकिन बारिश होने की वजह से यहां पर ठंड बढ़ने के आसार है। नये साल के मौके पर दिल्ली में सर्दी ने 15 साल, हरियाणा में छह साल और पंजाब में 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिल्ली में साल के पहले दिन लोगों को जबरदस्त ठंड और कोहरे का सामना करना पड़ा। यहां पर शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 1.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 15 साल में सबसे कम है। इससे पहले आठ जनवरी 2006 को यहां न्यूनतम तापमान 0.2 डिग्री दर्ज किया गया था। साल के पहले दिन यहां के लोदी रोड में तापमान 1.4, आया नगर में 1.2, जाफरपुर में 2.2, रिज में 3.1, नजफगढ़ में 3.2 तक गिर गया। अधिकतम तापमान 19.2 डिग्री दर्ज किया गया। आज दिल्ली एनसीआर में सीजन का सबसे अधिक कोहरा भी देखने को मिला। सुबह 6:30 बजे तो पालम में विजिबिलिटी शून्य हो गई थी। 8:15 बजे विजिबिलिटी 150 मीटर तक रही।

उत्तर भारत के कई ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों से भी शुक्रवार को न्यूनतम तापमान कम दर्ज किया गया। कुल्लू में 1.7, मनाली में 1.8, धर्मशाला में 3.2, नैनीताल में 3.5, शिमला में 6.8 और मसूरी में 7.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रेकॉर्ड किया गया है। इनमें कई पहाड़ी इलाकों में तो पिछले दिनों बर्फ तक पड़ी है। महेश पलावत ने कहा कि 2 जनवरी से तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज होगी। 3 से 5 जनवरी के बीच बारिश की संभावना है।

साथ ही उत्तर भारत के कई निचले इलाकों में तो पारा शून्य से नीचे भी चला गया है। हिसार में सुबह -1.2 डिग्री सेल्सियस, तो भटिंडा में -0.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज हुआ। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर भारत में अब मौसम करवट ले रहा है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस जम्मू कश्मीर के करीब पहुंच रहा है। वहीं मैदानी राज्यों पर पहले से ही चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र राजस्थान पर विकसित हो गया है। इन दोनों सिस्टमों के कारण अगले चार-पांच दिनों के दौरान यानी दो  जनवरी से सात जनवरी तक पहाड़ी बर्फीली हवाएं नहीं आएंगी और न्यूनतम तापमान 8 से 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।

मौसम विभाग का कहना है कि दो से छह जनवरी के बीच सीजन की पहली अच्छी बारिश देखने को मिल सकती है। कई जगहों पर हल्की से मध्यम और कुछ स्थानों पर तेज बारिश और ओले गिरने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार चार से पांच  जनवरी के बीच बारिश की तीव्रता सबसे अधिक रह सकती है। कुछ इलाकों में ओले भी गिर सकते हैं।

 

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