दिल्लीः तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर पिछले 25 दिनों से धरने दे रहे हैं। आंदोलनकारी किसान आज शहीदी दिवस मना रहे हैं। आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के सम्मान में आज धरना स्थल तथा पूरे पंजाब में कई विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं तथा शहीद किसानों को श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है।
आपको बता दें कि दिल्ली से सटे हरियाणा और UP बॉर्डर पर किसान आंदोलन का आज 25वां दिन है। इस आंदोलन को समाप्त कराने के लिए सरकार और किसान दोनों की ओर से कोई पहल नही हुई है। इस वजह से यहां वक्त थम सा गया है। धरना स्थलों पर फिलहाल कोई बड़ी हलचल नहीं है।
उधर. सिंघु बॉर्डर पर पंजाब के वॉलंटियर्स के एक ग्रुप ने पगड़ी लंगर शुरू किया है। यह ग्रुप प्रदर्शनकारी किसानों को मुफ्त में पगड़ी बांध रहा है। वॉलंटियर्स पग भी अपने साथ लाए हैं। इस ग्रुप में शामिल वॉलंटियर्स कहना है कि हम लोगों को बता रहे हैं कि पग कैसे बांधी जाती है।
किसानों की मदद के लिए पंजाब के अलग-अलग अस्पतालों के मेडिकल स्टाफ पहुंच रहे हैं, जिनका कहना है कि हम यहां किसानों के समर्थन में आए हैं। इन कर्मचारियों का कहना है कि यदि कोई किसान बीमार पड़ता है, तो हम उनका मुफ्त में इलाज करने के लिए तैयार हैं।
उधर, राजस्थान में नए कृषि कानूनों के विरोध के खिलाफ किसानों का आंदोलन जोर पकड़ता जा रहा है। राज्य में किसान 12 दिसंबर से इन कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। राजस्थान में अलवर के शाहजहांपुर खेड़ा हरियाणा बॉर्डर पर 30×15 फीट के टैंट शुरू हुआ आंदोलन अब लगभग एक किलोमीटर तक फैल चुका है। राजस्थान के आंदोलन में हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के किसान संगठनों के प्रतिनिधि और किसान भी शामिल हुए हैं।