ब्रेक्जिट के बाद भारत और ब्रिटेन से वैश्विक अर्थव्यस्था में नया अध्याय शुरू करने का आह्वान करते हुए गुरुवार को कहा कि दोनों देशों को आपसी हितों के लिये मिलकर काम करना चाहिए।
पीयूष गोयल ने भारतीय उद्योग परिसंघ के कार्यक्रम “बेक्जिट के पश्चात भारत और ब्रिटेन” को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों देश वस्तु और सेवा में व्यापार और निवेश के क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाने के इच्छुक हैं और इस दिशा में पहले प्रयास करने फायदा दोनों पक्षों को होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच जल्दी ही मुक्त व्यापार समझौता हो जाएगा। इस अवसर पर ब्रिटेन की अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सचिव ट्रूस लिज भी मौजूद थी।
गोयल ने कहा कि गणतंत्र दिवस की परेड में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के आगमन को लेकर उत्साहित है और इससे दोनों देशों के बीच एक नया युग शुरू होगा।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच व्यापक मुक्त व्यापार समझौते से पहले भारत द्वारा तैयार किया गया शुरूआती मुक्त व्यापार समझौते का प्रारूप ब्रिटेन स्वीकार कर लेगा। इससे दोनों देशों को लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि समझौते को लेकर दोनों देशों के कई दौर की बातचीत हो चुकी है और कई मुद्दे पर सहमति हो चुकी है। दोनों देशों के लंबे ऐतिहासिक संबंधों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि समझौते के बाद दोनों के संबंध नई ऊंचाईयों को छूएंगें। गोयल ने कहा कि दोनों देशों ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, जन संपर्क और आपसी निवेश पर सहमति बनी है।