नए कृषि कानूनों के खिलाफ कई प्रदेशों के किसान दिल्ली बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं. इन किसानों के समर्थन में कई विपक्षी पार्टियों और संगठनों ने समर्थन दिया है. किसान अपनी मांगों को लेकर शांति प्रिय तरीके से आंदोलन कर रहे हैं इसके साथ-साथ केंद्र सरकार से वार्ता भी कर रहे हैं. अभी तक किसानों की ओर से कोई ऐसी घटना नहीं हुई है जिसे लेकर कहा जाए कि किसानों का ये आंदोलन अराजक है. लेकिन इस बीच मध्य प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री का शर्मनाक बयान आया है. मंत्री के बयान को लेकर लोगों का कहना है कि किसानों को लेकर जिस तरह के अपशब्द बीजेपी के मंत्री ने कहे हैं , उनकी जितनी निंदा की जाए उतनी ही कम है. तो आइये हम आपको सुना देतें हैं कि मंत्री जी ने अन्नदाताओं के खिलाफ क्या जहर उगला.
(वीडियो साभार: ZEENEWS)
तो सुना आपने मंत्री जी को. इनका नाम है कमल पटेल और ये मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार में कृषि मंत्री है. अगर किसी राज्य का कृषि मंत्री इस तरह से किसानों के खिलाफ विचारधारा रखता है तो आप समझ सकते हैं कि उस प्रदेश की कृषि नीति किस तरह की होगी.
वीडियो में मंत्री जी ने जो कहा उसका रूपांतरण निम्न है. इसे आप एक बार पढ़ भी लीजिये-
मंत्री जी ने कहा, “आंदलोन करने वाले किसान दलाल, देशद्रोही, विदेशी शक्तियों पर पलने वाले किसान सांप, बिछु, नेवले, कुकुरमत्ते की तरह अचानक 500 किसान संगठन पनप गए हैं.”
उन्होंने कहा, “ये आंदोलन करने वाले जनता और किसानों के बीच जाने लायक नहीं रहेंगे, इनका राजनीतिक अस्तित्व खत्म हो जाएगा और इसीलिए जैसे कि बाढ़ आती है. बाढ़ में जब पानी बहुत ज्यादा हो जाता है तो सांप, बिछु, गोयरा, नेवला जितने भी तरह के लोग है एक पेड़ पर चढ़ने लगते हैं और जान बचाने के लिए एक साथ एकत्रित होने लगते हैं. इसी प्रकार देश भर में विकास की और मोदी जी की बाढ़ आई हुई है. सारा विपक्ष उसमें बह रहा है, सब एकत्रित हो गए और विरोध कर रहे है.”
कमल पटेल ने कहा कि “ये लोग देश को गुमराह कर रहे है, मध्य प्रदेश का कृर्षि मंत्री होने के नाते मेरी जिम्मेवारी है कि किसानों को आपके माध्यम से कानून के बारे में बताऊं, किसान गुमराह ना हो और इसीलिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तय किया है कि इस कानून के बारे में जागरूकता लाएंगे, जन जागरण अभियान के मध्याम से किसान को बताएंगे कि किस प्रकार किसान संगठन कुकुरमत्ते की तरह उठ रहा है. ये किसान संगठन नहीं है, दलालों के संगठन है. ये विरोधियों के देश द्रोहियों के संगठन हैं. जो विदेशी शक्तियां देश को मजबूत ना होने देना चाहती हैं, उनके पैसों पर पलने वाले संगठन हैं. इनका पर्दाफाश हम करके रहेंगे.”
बहरहाल, मंत्री ने जो भी कहा उसका उन्हें किसान और जनता जवाब दे ही देगी लेकिन लोगों का मानना है कि इतने बड़े ओहदे पर बैठकर किसानों के खिलाफ इस तरह की ओछी बयानबाजी करने के बाद अगर सीएम शिवराज कड़ी कार्रवाई नहीं करते हैं तो इससे भी बड़ी शर्मनाक बात होगी.